Uttarakhand Election 2022: भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री खंडूड़ी की बेटी का टिकट काटा, बालीवुड गायक जुबिन के पिता को यहां से बनाया प्रत्याशी
Uttarakhand Vidhan Sabha Election 2022 भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री खंडूड़ी की पुत्री विधायक ऋतु खंडूड़ी का टिकट काट दिया। वहीं बालीवुड गायक जुबिन नौटियाल के पिता रामशरण नौटियाल को पार्टी ने देहरादून के चकराता सीट से प्रत्याशी बनाया है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची ने चौंकाया भी है। पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल (सेनि) भुवनचंद्र खंडूड़ी की पुत्री व यमकेश्वर क्षेत्र से विधायक ऋतु खंडूड़ी का टिकट काट दिया। वहीं संगीत की दुनिया का जाना-पहचाना नाम व बालीवुड गायक जुबिन नौटियाल के पिता रामशरण नौटियाल को पार्टी ने चकराता सीट से प्रत्याशी बनाया है। पार्टी विधानसभा चुनाव में जुबिन का बतौर स्टार प्रचारक भरपूर उपयोग कर सकती है।
2012 में तीसरी विधानसभा चुनाव भाजपा भुवनचंद्र खंडूड़ी के चेहरे को आगे कर लड़ चुकी है। अधिक उम्र और खराब स्वास्थ्य की वजह से खंडूड़ी अब राजनीतिक रूप से सक्रिय नहीं हैं। भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री खंडूड़ी की विरासत के तौर पर ऋतु खंडूड़ी को यमकेश्वर सीट से चुनाव लड़ाया था। चुनाव में ऋतु ने जीत दर्ज की थी। पार्टी ने उन्हें महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी सौंपी हुई है।
पांचवीं विधानसभा के लिए हो रहे चुनाव में पार्टी की ओर से जारी पहली सूची में ऋतु खंडूड़ी को टिकट नहीं दिया है। यमकेश्वर क्षेत्र से उनके स्थान पर रेनू बिष्ट को टिकट दिया गया है। बताया जा रहा है कि पार्टी ने सर्वे रिपोर्ट के आधार पर अपनी पहली सूची में कई विधायकों के टिकट काटे हैं। हालांकि इस सूची में ही पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के पुत्र एवं बीसी खंडूड़ी के करीबी रिश्तेदार में शामिल सौरभ बहुगुणा को सितारगंज से दोबारा टिकट दिया गया है।
भाजपा के लिए चुनाव प्रचार में जलवा बिखेरेंगे जुबिन
उधर, चुनाव प्रचार में इस बार प्रसिद्ध गायक जुबिन नौटियाल का जलवा भी दिखाई देगा। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रामशरण नौटियाल जुबिन के पिता हैं और भाजपा में हैं। पार्टी ने उन्हें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित चकराता सीट से प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर विधायक मुन्ना सिंह चौहान की पत्नी मधु चौहान दो बार चुनाव लड़ चुकी हैं। हालांकि दोनों ही बार वह कांग्रेस से इस सीट को छीनने में सफल नहीं हो पाई हैं। अब जुबिन की प्रसिद्धि को भी भाजपा इस चुनाव में भुनाकर कांग्रेस के माथे पर बल डालना चाहती है।