Move to Jagran APP

उत्तराखंड में हिमालयी पक्षियों की सर्वाधिक प्रजातियां, बर्ड काउंट इंडिया की ओर से किए गए सर्वे में सामने आए तथ्‍य

उत्तराखंड तितली ट्रस्ट के संस्थापक संजय सोंधी ने बताया कि ई-बर्ड वैश्विक पटल के तहत बर्ड काउंट इंडिया ने बीते 14 मई को विभिन्न हिमालयी राज्यों में हिमालयी पक्षियों की गणना की। इस रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में हिमालयी पक्षियों की 171 प्रजातियां देखी गई हैं।

By Nirmala BohraEdited By: Published: Mon, 16 May 2022 10:48 AM (IST)Updated: Mon, 16 May 2022 10:48 AM (IST)
उत्तराखंड में हिमालयी पक्षियों की सर्वाधिक प्रजातियां, बर्ड काउंट इंडिया की ओर से किए गए सर्वे में सामने आए तथ्‍य
उत्तराखंड में हिमालयी पक्षियों की 171 प्रजातियां देखी गई

जागरण संवाददाता, देहरादून: समृद्ध वन संपदा के लिए प्रख्यात उत्तराखंड परिंदों के लिए भी मुफीद पनाहगाह है। यहां देश के अन्य राज्यों की तुलना में हिमालयन पक्षियों की सर्वाधिक प्रजातियां हैं। बर्ड काउंट इंडिया के पहले हिमालयन बर्ड सर्वे की प्रारंभिक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। इस रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में हिमालयी पक्षियों की 171 प्रजातियां देखी गई हैं।

loksabha election banner

विभिन्न हिमालयी राज्यों में हिमालयी पक्षियों की गणना की

उत्तराखंड तितली ट्रस्ट के संस्थापक संजय सोंधी ने बताया कि ई-बर्ड वैश्विक पटल के तहत बर्ड काउंट इंडिया ने बीते 14 मई को विभिन्न हिमालयी राज्यों में हिमालयी पक्षियों की गणना की। इस दौरान उत्तराखंड में हिमालयी पक्षियों की सर्वाधिक 171 प्रजातियां, जबकि पश्चिम बंगाल के कलिपोंग में सबसे कम आठ प्रजातियां देखी गईं।

उत्तराखंड पक्षी प्रेमियों के लिए उपयुक्त स्थान

उन्होंने बताया कि दुर्लभ रेडक्रास बिल के साथ ही सर्वे टीम ने उत्तराखंड में मोनाल, द वाल क्रीपर, स्पाटेड नटक्रेकर और स्ट्रीक ब्रेस्टेड शिमिटर बैबलर समेत कई अन्य पक्षी देखे। इससे पहले भी समय-समय पर हुए सर्वे में उत्तराखंड पक्षियों के लिए मुफीद ठिकाना साबित हुआ है। यहां देशभर की प्रमुख पक्षी प्रजातियों से लेकर विशिष्ट हिमालयी पक्षी पाए जाते हैं। समृद्ध जैव विविधता के कारण उत्तराखंड पक्षी प्रेमियों के लिए उपयुक्त स्थान है।

सर्वे में यह रही स्थिति

स्थान-पक्षी प्रजाति

उत्तराखंड- 171

लद्दाख- 148

हिमाचल प्रदेश- 125

जम्मू और कश्मीर- 122

दार्जिलिंग (प. बंगाल)- 49

अरुणाचल प्रदेश- 47

सिक्किम- 36

कलिपोंग (प. बंगाल)- 08

सभी चिड़ियाघरों व राष्ट्रीय उद्यानों में 12 वर्ष तक के बच्चों को मुफ्त प्रवेश

प्रदेश के सभी चिड़ियाघरों के साथ ही टाइगर रिजर्व, राष्ट्रीय उद्यान, अभयारण्य, नेचर पार्क और कंजर्वेशन रिजर्व में अब 12 साल तक के बच्चों को मुफ्त प्रवेश मिलेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के क्रम में शासन के निर्देश पर मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक डा. पराग मधुकर धकाते ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।

मुख्यमंत्री धामी ने पिछले वर्ष एक अक्टूबर को यह घोषणा की थी। इस क्रम में शासन ने अपर प्रमुख वन संरक्षक नियोजन एवं वित्तीय प्रबंधन के अलावा वित्त विभाग से भी विमर्श किया।

फिर यह निर्णय लिया गया कि राज्य के दोनों टाइगर रिजर्व, सभी छह राष्ट्रीय उद्यान, सात अभयारण्य, चार कंजर्वेशन रिजर्व के साथ ही चिड़ियाघरों व नेचर पार्क में 12 वर्ष तक के बच्चों को निश्शुल्क प्रवेश दिया जाएगा। इस पहल के पीछे सरकार की मंशा बच्चों को वन एवं वन्यजीव संरक्षण के लिए प्रेरित करने की है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.