कौन हैं पुष्कर सिंह धामी, जिनकी तारीफों के पुल बांध चुके हैं पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह
Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री हैं। उत्तराखंड के सबसे युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ( Chief Minister Pushkar Singh Dhami) अपने नियमों और कार्रवाई को लेकर धाकड़ सीएम के रूप में जाने जाते हैं। धामी पहले मतांतरण फिर नकलरोधी कानून के बाद अतिक्रमण पर सख्त कानून के मास्टर स्ट्रोक से अपने तेवर दिखाए हैं।

देहरादून, जागरण डिजिटल डेस्क। UK CM Pushkar Singh Dhami: उत्तराखंड के सबसे युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ( Chief Minister Pushkar Singh Dhami) अपने नियमों और कार्रवाई को लेकर धाकड़ सीएम के रूप में जाने जाते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) के साथ ही, गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) भी समय-समय पर इनकी तारीफों के पुल बांध चुके हैं।
उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री
अपने कड़े तेवरों के लिए सीएम धामी जनता के बीच में खासे लोकप्रिय हैं। धामी पहले मतांतरण, फिर नकलरोधी कानून के बाद अतिक्रमण पर सख्त कानून के मास्टर स्ट्रोक से अपने तेवर दिखाए हैं। पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री हैं। इससे पहले उन्हें चौथी विधानसभा में छह माह का कार्यकाल मिला था। आइए जानते हैं पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) के बारे में...
पुष्कर सिंह धामी का प्रोफाइल
- जन्म तिथि- 16 सितंबर 1975
- जन्म स्थान- कनालीछीना, जिला पिथौरागढ़, उत्तराखंड
- कर्म स्थान- खटीमा, उधम सिंह नगर, उत्तराखंड
- मां का नाम- विशना धामी
- पिता का नाम - शेर सिंह धामी (रिटायर्ड सूबेदार)
- शिक्षा- ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट और इंडस्ट्रीयल रिलेशन्स लखनऊ यूनिवर्सिटी, एलएलबी लखनऊ यूनिवर्सिटी
पुष्कर सिंह धामी का राजनीतिक जीवन
- साल 1990 में, पुष्कर ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की, जो भारतीय जनता पार्टी की स्टूडेंट विंग है। उनके पास विभिन्न जिम्मेदारियां थीं और उन्होंने लखनऊ में राज्य मंत्री के रूप में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय सम्मेलन के आयोजन और संचालन में प्रमुख भूमिका निभाई।
- 2001 में जब भगत सिंह कोश्यारी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत थे, उन्होंने भगत सिंह कोश्यारी के स्पेशल ड्यूटी पर एक एडवाईजर और ऑफिसर के रूप में कार्य किया।
- राज्य की भौगोलिक परिस्थियों को नजदीक से समझते हुए क्षेत्रीय समस्याओं की समझ और उत्तराखंड राज्य गठन के बाद पूर्व मुख्यमंत्री के साथ एक अनुभवी सलाहकार के रूप में 2002 तक कार्य किया।
- 2002 से 2008 तक, वह दो बार भाजपा के उत्तराखंड युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे। इस समय, उन्हें यह दावा करने का श्रेय भी दिया गया कि राज्य सरकार को राज्य के उद्योगों में स्थानीय युवाओं के लिए 70 प्रतिशत अवसरों को बहाल करना चाहिए।
2012 में खटीमा से लड़ा पहला चुनाव
- पुष्कर धामी अब तक ऊधमसिंह नगर की खटीमा सीट से दो बार सफलतापूर्वक चुनाव लड़ चुके हैं। 2012 में उन्होंने खटीमा से अपना पहला चुनाव लड़ा। तब उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार देवेंद्र चंद को 5,394 मतों के अंतर से हराया था।
- भाजपा ने जब कुछ कारणों से तीरथ सिंह रावत को सीएम पद से हटाया तो पुष्कर सिंह धामी ने जुलाई 2021 में उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
- 2022 के विधानसभा चुनाव में, वह उत्तराखंड विधानसभा के खटीमा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार भुवन चंद्र कापड़ी से हार गए थे। खटीमा निर्वाचन क्षेत्र से अपनी सीट हारने के बावजूद पुष्कर सिंह धामी ने दोबारा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
साइकिल से जाते थे स्कूल
स्कूल के दिनों में पुष्कर सिंह धामी को क्लास मॉनीटर बनने का शौक था। वह बहुत मेहनती थे और साइकिल पर स्कूल जाया करते थे। हाईस्कूल से आगे की पढ़ाई उन्होंने खटीमा के थारू राजकीय इंटर कॉलेज से की है। सभी दोस्त पुष्कर सिंह धामी के घर के आगे एकत्र होते थे और यहीं से साथ में स्कूल जाते थे। धामी पढ़ाई में बहुत तेज थे। वह बहुत जल्दी लोगों से घुलमिल जाते थे और दोस्ती करने में भी माहिर थे।
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