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उत्तराखंड के गांव-गांव तक इंटरनेट पहुंचाने को जनवरी अंत से कवायद होगी शुरू, जानिए इस योजना के बारे में

प्रदेश में ऑनलाइन सेवाओं को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए प्रदेश में माह अंत से काम शुरू होने की उम्मीद है। इसके तहत प्रदेश के 12 जिलों के 65 ब्लॉकों में भारत नेट फेज-2 परियोजना के तहत आप्टिकल फाइबर केबिल बिछाने का काम किया जाएगा।

By Raksha PanthariEdited By: Updated: Mon, 04 Jan 2021 04:25 PM (IST)
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उत्तराखंड के गांव-गांव तक इंटरनेट पहुंचाने को जनवरी अंत से कवायद होगी शुरू।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड में ऑनलाइन सेवाओं को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए इस माह के अंत से काम शुरू होने की उम्मीद है। इसके लिए प्रदेश के 12 जिलों के 65 ब्लॉकों में भारत नेट फेज-2 परियोजना के तहत ऑप्टिकल फाइबर केबिल बिछाने का काम किया जाएगा। यह काम इन्फारमेशन टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट एजेंसी (आइटीडीए) के माध्यम से किया जाना है। तकरीबन दो हजार करोड़ रुपये की लागत वाली इस योजना को दिसंबर, 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। 

प्रदेश में भारत नेट फेज-1 के तहत गांव-गांव में इंटरनेट पहुंचाने का काम काफी पहले शुरू किया गया था। इसके तहत पहले चरण में भारत ब्रॉडबैंड नेटवर्क लिमिटेड (बीबीएनएल) द्वारा प्रदेश के 11 जिलों के 25 ब्लॉक की 1865 ग्राम पंचायतों को जोड़ा जाना था, लेकिन इसमें केवल हरिद्वार की ही पूरी ग्राम पंचायतों को जोड़ा जा सका। इस कारण दूसरे चरण में हरिद्वार को छोड़ शेष जिलों को शामिल किया गया है। 

इसके लिए गांव-गांव तक फाइबर केबिल का जाल बिछाया जाएगा। इससे सीमांत और दूरदराज क्षेत्रों के निवासी भी अब सीधे मुख्य धारा से जुड़ सकेंगे। इस योजना के क्रियान्वयन से राज्य में ई-गवर्नेंस, ई-ऑफिस, ई-डिस्ट्रिक्ट, ई-हेल्थ, टेली मेडिसन, ई-एजुकेशन, ई-बैकिंग, ई-नाम योजना को पूरे प्रदेश में लागू करने में सहूलियत मिलेगी। 

आइटीडीए के निदेशक अमित सिन्हा ने कहा कि इस माह के अंत तक यह कार्य आइटीडीए को मिलने की संभावना है। आइटीडीए ने इसे लागू करने के लिए कार्ययोजना बनाई हुई है। आइटीडीए इस योजना को तय समय, यानी इस वर्ष 31 दिसंबर तक पूरा करने का प्रयास करेगा।

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