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    इस तरह के नंबरों से आने वाली कॉल से डरिए नहीं, रहिए सावधान

    By Raksha PanthariEdited By:
    Updated: Mon, 23 Apr 2018 05:14 PM (IST)

    अगर आपको विदेशी नंबर से कॉल आती है तो घबराने की नहीं बल्कि सावधान रहने की जरूरत है।

    इस तरह के नंबरों से आने वाली कॉल से डरिए नहीं, रहिए सावधान

    देहरादून, [जेएनएन]: विदेशी नंबर से फोन कॉल आना कोई बड़ी बात नहीं, तमाम मल्टीनेशनल कंपनियों के कॉल सेंटर विदेशों में हैं, जो अक्सर फीडबैक लेने के लिए कस्टमर को फोन करती रहती हैं। मगर, #90, #9 या +92 से फोन आए तो चौंकने की नहीं, सावधान हो जाने की जरूरत है। क्योंकि कोई आपके फोन के सिम कार्ड का क्लोन तैयार कर रहा है। दिल्ली और एनसीआर में ऐसा ही खतरनाक कारोबार तेजी से फैल रहा है। 

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    पिछले साल एटीएम कार्ड क्लोनिंग का अब तक सबसे बड़ा मामला तो याद ही होगा। हरियाणा के एक गैंग ने शहर के तीन एटीएम में क्लोनिंग डिवाइस लगाकर आठ सौ से ज्यादा बैंक खाताधारकों के एटीएम कार्ड का डाटा चोरी कर लिया था और करीब सवा सौ खातों से 39 लाख रुपये से अधिक रकम उड़ा दी थी। मगर साइबर संसार में धोखाधड़ी का सिर्फ यही एक कारनामा नहीं है जो आपको लूट सकता है। 

    विदेश से फोन कॉल कर आपके सिम का डाटा चोरी करके भी साइबर लुटेरे कंगाल बना सकते हैं। पुलिस की मानें तो सिम क्लोन होते ही आप कॉल करें या न करें, लगातार आपका बिल बढ़ता जाता है। हालांकि, क्लोन करने वाले अक्सर अनलिमिटेड प्लान वालों को ही निशाना बनाते हैं, ताकि मामला कभी पकड़ में न आए। कई कंपनियों के पास यह शिकायतें आती रही हैं कि बिना कॉल किए बिल बढ़ता जा रहा है। साइबर विशेषज्ञों की मानें तो अब साफ हो गया है, सिम कार्ड हैकर यह करतूत कर रहे हैं। 

    विदेशी कॉल को न करें रिसीव 

    अंजान नंबर से आपके मोबाइल पर कॉल आए और फोन करने वाला शख्स मोबाइल लाइन, सर्वर कनेक्टिविटी आदि चेक करने के बहाने आपसे #90 या #9 डायल करने का आग्रह करे तो भी संभल जाएं। फोन रिसीव करने की चूक आपके सिम का न सिर्फ डाटा चोरी करा देगी, बल्कि संबंधित फोन नंबर से जुड़ी तमाम जानकारियां भी वह चोरी कर लेगा। फिर ऑनलाइन शॉपिंग, इंटरनेट बैंकिंग के जरिए आपको ठग सकता है। 

    सिम बॉक्स फ्रॉड के न हो जाएं शिकार 

    अगर फोन पर विदेश से कोई कॉल आ रही है, लेकिन नंबर लोकल दिखा रहा हो तो भी सतर्क हो जाने की जरूरत है। टेलीकॉम इंडस्ट्री में यह एक नए तरह का अपराध है जो दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है। इस तरह के फ्रॉड से टेलीकॉम ऑपरेटर या उसके उपभोक्ता निशाने पर होते हैं। 

    2013 में आई एक रिपोर्ट में बताया गया है कि सिम बॉक्स फ्रॉड टेलीकॉम इंडस्ट्री के पांच सबसे ज्यादा बड़े खतरों में से एक है। एक अन्य सर्वे के मुताबिक, सिम बॉक्स फ्रॉड और ओवर-द-टॉप हाइजैक दो सबसे बड़े खतरे हैं। ओवर-द-टॉप हाइजैक फ्रॉड से मोबाइल ऑपरेटर्स को कॉल टर्मिनेशन चार्जेज से होने वाले राजस्व में नुकसान होता है। सिम बॉक्सेस का इस्तेमाल किसी फॉरेन लोकेशन से कॉल्स रूट करने में किया जाता है। इस तरह से रिसीवर के फोन पर इंडियन नंबर डिस्प्ले होता है। 

    साइबर एक्सपर्ट अंकुर चंद्रकांत बताते हैं कि विदेशी नंबर या फिर पांच अंकों के नंबर से कॉल आती है तो सावधानी यही है कि इसे रिसीव न करें। न ही कॉल बैक करें। जब तक आप कॉल रिसीव नहीं करेंगे, तब तक आपकी कोई जानकारी जालसाज नहीं चुरा पाएगा। साथ ही इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दें। 

    एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि विदेशी नंबर से कॉल आने या अन्य तरीकों से डाटा हैक करने की शिकायतें मिलने पर उस पर त्वरित कार्रवाई की जाती है। हमारे पास अत्याधुनिक सिस्टम है, जिससे क्लोनिंग गैंग का खुलासा किया जा चुका है। ऐसी कॉल के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान भी चलाया जाएगा। 

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