Bageshwar News : पिंगलो दोहरे हत्याकांड का आरोपित गिरफ्तार, मां-बेटे की हत्या कर भाग गया था दिल्ली
आरोपित पांच जनवरी को पिंगलो आया। उसने पहले महिला और उसके बाद बालक की फंदे से हत्या की। महिला के मरने के बाद उस पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला किया और उसके चेहरे को पत्थर के जरिए बिगाड़ने की कोशिश की। ताकि उसकी पहचान नहीं हो सके।
बागेश्वर, जागरण ऑनलाइन टीम : पिंगलो दोहरे हत्याकांड का आरोपित पकड़ लिया गया है। वह मां-बेटे का हत्यारा है। उसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस आरोपित तक सीसीटीवी के माध्यम से पहुंची। हत्या को अंजाम देने के बाद वह दिल्ली भाग गया था। मृतका से उसका प्रेम प्रसंग था। घटना का पर्दाफाश करने वाली टीम के लिए पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं ने 25 हजार और पुलिस अधीक्षक ने 15 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की है।
शुक्रवार को पुलिस उपाधीक्षक आपरेशन अंकित कंडारी ने पत्रकार वार्ता की। उन्होंने बताया कि बीते छह जनवरी को पिंगलो शिव मंदिर के पास नदी किनारे महिला और कुछ दूरी में एक बालक का शव बरामद हुआ। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चार टीमें गठित की गई। एक सीसीटीवी पिंगलो गांव में भी है। इसके अलावा गरुड़ और बैजनाथ क्षेत्र के सीसीटीवी खंगाले गए। जिसके माध्यम से पुलिस हत्यारोपी तक पहुंच सकी।
आरोपित पांच जनवरी को पिंगलो आया। उसने पहले महिला और उसके बाद बालक की फंदे से हत्या की। महिला के मरने के बाद उस पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला किया और उसके चेहरे को पत्थर के जरिए बिगाड़ने की कोशिश की। ताकि उसकी पहचान नहीं हो सके। घटना को अंजाम देने के बाद वह दिल्ली भाग गया। घटना स्थल से पूर्व में चाकू बरामद किया गया। रस्सी को उसने झाड़ी में छुपाकर रखा था। उसकी निशानदेही पर रस्सी भी बरामद कर ली है। उसके विरुद्ध बैजनाथ थने में 302 में मामला पंजीकृत किया गया है। उसे न्यायालय में पेश किया जाएगा।
शवों की हुई शिनाख्त, अभी अंत्येष्टि नहीं
पुलिस ने शवों की पहचान कर ली है। मृतका 35 वर्षीय कुमकुम देवी पत्नी राजू, जबकि आठ वर्षीय बालक उत्तम पुत्र राजू, निवासी बेतिया बिहार है। मृतकों के स्वजनों के देर शाम तक यहां पहुंचने की उम्मीद है। शवों को उनके सुर्पुद किया जाएगा।
प्रेमिका को भगाकर दिल्ली लाया था आरोपित
सौकरोल, इनरवा, बेतिया, बिहार निवासी आरोपित 37 वर्षीय मुन्ना महतो पुत्र इंद्रजीत महतो को पुलिस ने दिल्ली से हिरासत में लिया। वह घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गया था। उसके घर में पत्नी और तीन बच्चे हैं। दिल्ली से पहाड़ घुमाने का झांसा दिया और हत्या को अंजाम दे दिया।
टीम में शामिल
थानाध्यक्ष बैजनाथ कैलाश सिंह बिष्ट, उपनिरीक्षक प्रहलाद सिंह, एसओजली प्रभारी कुंदन सिंह रौतेला, महिला उपनिरीक्षक विनीता बिष्ट, हेड कांस्टेबल प्रदीप कोनिया, जीवन पांडे, पानसिंह, राजेंद्र सिंह, कांस्टेबल नरेंद्र राणा, मदन सिंह, विरेंद्र सिंह, कैलाश गोस्वामी, प्रदीप रौतेला, शोबन सिंह, शैलेंद्र सुयाल, आरक्षी चंपा तिवारी, हेमावती कार्की, एसओजी कांस्टेबल राजेश भट्ट, इमरान, रमेश सिंह, संतोष सिंह, चंदन कोहली शामिल थे।