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Badrinath Yatra 2021: इस बार सादगी के साथ निकलेगी गाडू घड़ा यात्रा, 18 मई खुलने हैं धाम के कपाट

Badrinath Yatra 2021 श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर भगवान बदरी विशाल के अभिषेक के लिए प्रयुक्त होने वाला तिल का तेल अब 29 अप्रैल को नरेंद्रनगर राजमहल में पिरोया जाएगा। यह कलशसागदी पूर्वक नरेंद्रनगर राजमहल से बदरीनाथ धाम के लिए रवाना होगा।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Fri, 23 Apr 2021 06:05 PM (IST)Updated: Fri, 23 Apr 2021 10:44 PM (IST)
Badrinath Yatra 2021: इस बार सादगी के साथ निकलेगी गाडू घड़ा यात्रा, 18 मई खुलने हैं धाम के कपाट
इस बार सादगी के साथ निकलेगी गाडू घड़ा यात्रा।

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। Badrinath Yatra 2021 श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर भगवान बदरी विशाल के अभिषेक के लिए प्रयुक्त होने वाला तिल का तेल अब 29 अप्रैल को नरेंद्रनगर राजमहल में पिरोया जाएगा। 29 अप्रैल को ही तिल के तेल का यह कलश (गाडू घड़ा) सागदी पूर्वक नरेंद्रनगर राजमहल से बदरीनाथ धाम के लिए रवाना होगा।

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उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि कोरोना महामारी के दृष्टिगत तेलकलश यात्रा को डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत ने अति संक्षिप्त कर दिया है। तेल कलश देवस्थानम बोर्ड के चेला चैतराम धर्मशाला रेलवे रोड ऋषिकेश में प्रवास और दर्शन कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है। तेलक लश (गाडू घड़ा) बदरीनाथ धाम पहुंचाने में कोविड-19 के की गाइडलाइन और बचाव मानकों का पालन किया जाएगा। मास्क पहनना, शारीरिक दूरी और सैनिटाइजेशन का पूरा ध्यान रखा जाएगा। डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के प्रतिनिधि विनोद डिमरी ने जानकारी दी है कि इस बार तेल कलश (गाडू घड़ा) कार्यक्रम में पंचायत के केवल चार सदस्य शामिल होंगे। नरेंद्रनगर राजदरबार में सादगी और संक्षिप्त रूप से गाडू घड़ा के लिए तिलों का तेल पिरोया जायेगा।

तेल कलश लेकर 28 अप्रैल को पंचायत के चुनिंदा सदस्य नरेंद्रनगर राजमहल पहुंचेगे। 29 अप्रैल को पारंपारिक ढंग से साधारण समारोह में तिल का तेल पेरोने के बाद तेल कलश राजदरबार से सीधे बदरीनाथ धाम को रवाना हो जायेगा। डिमरी पंचायत के पदाधिकारी आशुतोष डिमरी और पंकज डिमरी ने बताया कि कोविड-19 से को देखते हुए गाडू घड़ा को सादगी पूर्ण ढ़ंग से बदरीनाथ पहुंचेगा। 

रास्ते में ऋषिकेश, श्रीनगर आदि जगहों पर इस बार रात्रि प्रवास और दर्शन कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है। पहले चरण में तेल कलश डिमरी पुजारियों के मूल गांव डिम्मर के लक्ष्मीनारायण मंदिर पहुंचेगा, जहां से 17 मई की शाम को तेल कलश बदरीनाथ धाम पहुंचेगा। 18 मई को प्रात: चार बजकर 15 मिनट श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे।

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