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    उत्तराखंड में यूपी के मरीजों के इलाज के लिए बाध्यता, बिना इस कार्ड के Ayushman में नहीं होगा ट्रीटमेंट

    Updated: Mon, 21 Jul 2025 11:46 PM (IST)

    उत्तराखंड के अस्पतालों में यूपी से आने वाले मरीजों के लिए आयुष्मान योजना के तहत मुफ्त इलाज अब श्रमिक कार्ड दिखाने पर ही मिलेगा। पहले फर्जी आयुष्मान कार्ड के इस्तेमाल के कई मामले सामने आए थे जिससे अस्पतालों को नुकसान हुआ था। दून अस्पताल में रोजाना औसतन 10 मरीज यूपी से आते हैं जिन्हें अब श्रमिक कार्ड की जानकारी देनी होगी वरना निजी खर्च पर इलाज होगा।

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    उत्तर प्रदेश के मरीजों को बिना श्रमिक कार्ड आयुष्मान में इलाज नहीं।

    जागरण संवाददाता, देहरादून। प्रदेश के सरकारी और निजी अस्पतालों में अब उत्तर प्रदेश से आने वाले मरीजों को आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज तभी मिलेगा, जब उनके पास श्रमिक कार्ड होगा। यह व्यवस्था सभी अस्पतालों ने लागू कर दी है।

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    उत्तराखंड खासतौर पर देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर और पौड़ी जैसे जिलों के अस्पतालों में उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। पहले इन मरीजों को बिना किसी अतिरिक्त दस्तावेज के आयुष्मान योजना का लाभ मिल जाता था।

    बीते वर्षों में उत्तराखंड के अस्पतालों में उत्तर प्रदेश के मरीजों द्वारा फर्जी आयुष्मान कार्ड का इस्तेमाल कर इलाज कराने के कई मामले सामने आए। इससे अस्पतालों को भुगतान नहीं मिला और सरकारी खजाने को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा।

    फर्जीवाड़े के कारण उत्तराखंड के कई निजी व सरकारी अस्पतालों ने यूपी के मरीजों का इलाज आयुष्मान योजना के तहत बंद कर दिया था। इसके चलते वास्तविक जरूरतमंद मरीज भी प्रभावित हुए। हालांकि, बाद में सिर्फ आपातकालीन मामलों में छूट दी गई।

    अब नई व्यवस्था के तहत उत्तर प्रदेश के मरीजों को योजना का लाभ तभी मिलेगा, जब वे श्रमिक कार्डधारी होंगे। दून मेडिकल कालेज अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. आरएस. बिष्ट के अनुसार यह व्यवस्था उत्तर प्रदेश के स्तर पर हुई है। अब संबंधित साफ्टवेयर में तभी अप्रूवल मिलता है, जब मरीज का श्रमिक कार्ड पोर्टल पर अपडेट किया गया हो।

    डा. बिष्ट ने बताया कि दून अस्पताल में हर दिन करीब 65 से 70 मरीज आयुष्मान योजना के अंतर्गत भर्ती होते हैं। इनमें औसतन 10 मरीज उत्तर प्रदेश से होते हैं। अब उन्हें पहले से यह स्पष्ट करना होगा कि उनके पास श्रमिक कार्ड है या नहीं, अन्यथा इलाज के लिए निजी खर्च करना होगा।