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गोल्ड लोन बैंक में दिन-दहाड़े बदमाश धमके, लूट की कोशिश

रुड़की में बदमाशों ने गोल्ड लोन बैंक में धावा बोल दिया। बदमाशों ने बैंक की तिजोरी खुलवाने का प्रयास किया लेकिन नंबर लॉक होने के चलते सफल नहीं हो पाए।

By Sunil NegiEdited By: Published: Tue, 26 Feb 2019 09:45 AM (IST)Updated: Tue, 26 Feb 2019 09:45 AM (IST)
गोल्ड लोन बैंक में दिन-दहाड़े बदमाश धमके, लूट की कोशिश
गोल्ड लोन बैंक में दिन-दहाड़े बदमाश धमके, लूट की कोशिश

देहरादून, जेएनएन। रुड़की में हथियारों से लैस चार बदमाशों ने गोल्ड लोन बैंक में धावा बोल दिया। बदमाशों ने बैंक की तिजोरी खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन नंबर लॉक होने के चलते सफल नहीं हो पाए। बदमाशों ने कर्मचारियों के पर्स बाहर निकलवा दिये। इनमें से एक कर्मचारी का पर्स बदमाश अपने साथ ले गए। पर्स में नौ हजार रुपये की नकदी थी। जबकि, कर्मचारियों के मोबाइल बदमाश बाहर कचरे के डिब्बे में फेंक गए। पुलिस सीसीटीवी फुटेज की मदद से बदमाशों को चिह्नित करने में जुटी है। एसएसपी हरिद्वार जन्मेंजय प्रभाकर खंडूरी ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। बता दें कि करीब तीन महीने पहले देहरादून में भी गोल्ड लोन बैंक में इसी तरह की वारदात हुई थी। पुलिस दोनों घटनाओं को जोड़कर देख रही है। 

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 देहरादून-दिल्ली हाइवे पर स्थित मालवीय चौक के समीप आइआइएफ गोल्ड लोन बैंक है। यहां बैंक एक इमारत की पहली मंजिल पर है। सुबह करीब 11 बजे चार बदमाश सीढिय़ों के रास्ते बैंक के भीतर घुस आए। बैंक में उस समय एकाउंटेंट पंकज शर्मा, कर्मचारी नितिश चौधरी, सुखपाल और एक महिला कर्मचारी मौजूद थी। तीन बदमाशों ने आते ही पिस्टल निकालकर कर्मचारियों पर तान दिये। उन्होंने कर्मचारियों के मोबाइल और पर्स आदि भी निकलवा लिये और धमकाते हुए कहा कि तुम हमें सहयोग करोगे, तो हम तुम्हें कुछ नहीं करेंगे। 

इसके बाद बदमाशों ने कैश और गोल्ड की डिमांड करते हुए लॉकर की चाबी मांगी। कर्मचारियों ने बताया कि चाबी नहीं है। लॉक नंबर से खुलता है।

नंबर की जानकारी उनको नहीं होती। इस पर उन्होंने कर्मचारियों के पर्स चेक किये। एक कर्मचारी के पर्स में 12 हजार और दूसरे कर्मचारी के पर्स में 9 हजार रुपये थे। बदमाशों ने कहा कि वह छोटी मोटी लूट नहीं करते हैं। इसलिए वह पर्स नहीं ले जा रहे हैं, लेकिन बाद में जाते वक्त उनमें से एक बदमाश एक कर्मचारी पर्स उठा ले गया, उसमें नौ हजार रुपये थे। यह पर्स कर्मचारी नितिश चौधरी का बताया गया। बदमाश कर्मचारियों के मोबाइल भी ले गए, जिन्हें वह स्विच ऑफ करके बैंक के बाहर डस्टबिन में डाल गए।  

बदमाशों के जाने के बाद कर्मचारियों ने बराबर में स्थित रिलाइंस के ऑफिस पहुंचकर उनके फोन से पुलिस को घटना की जानकारी दी। इससे पुलिस में हड़कंप मच गया। एसपी देहात नवनीत सिंह भुल्लर, सीओ रुड़की चंद सिंह बिष्ट, गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेश शाह एवं कोतवाली रुड़की प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह ने घटनास्थल पहुंचकर जानकारी ली। बैंक के एकाउंटेंट पंकज शर्मा की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। सीसीटीवी फुटेज में पुलिस को चार बदमाश दिखे। पुलिस और एसओजी की टीम ने इसके आधार पर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है। बताया जा रहा कि बदमाश बाइक से आए थे।

 दून में भी हुई थी गोल्ड लोन कंपनी में लूट

रुड़की में गोल्ड फाइनेंस कंपनी में हुई लूट के वारदात की मोडस ऑपरेंडी (अपराध का तरीका) देहरादून में बीते तीस नवंबर को राजपुर रोड पर हुई लूट से काफी हद तक मिलता-जुलता है। ऐसे में एक बात तो तय है कि राजपुर रोड स्थित गोल्ड फाइनेंस कंपनी में लूट की वारदात को अंजाम देने वाले गैंग ने एक बार फिर दस्तक दे दी है। गंभीर तो यह कि राजपुर रोड पर हुई लूट का पुलिस अब तक खुलासा नहीं कर सकी है। जबकि घटना के पर्दाफाश को एसएसपी ने पूरे शहर की फोर्स को लगा दिया था, लेकिन नतीजा सिफर रहा तो पुलिस हाथ पर हाथ धर के बैठ गई। अब इस मामले का जिक्र करने से भी पुलिस अधिकारी कतराते हैं।

बता दें, बीते तीस नवंबर को राजपुर रोड स्थित आइआइएफएल गोल्ड लोन कंपनी में चार हथियारबंद बदमाशों ने वहां के कर्मचारियों और ग्राहकों को दो घंटे तक बंधक बनाकर रखा और एक सोने की चेन व पचास हजार रुपये कैश लूट ले गए। बदमाशों ने इस दौरान कंपनी के स्ट्रांग रूम में रखे लॉकर को भी तोड़ने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे। इस लॉकर में दस करोड़ से अधिक का सोना और कैश रखा हुआ था।

हाल के वर्षो में घटित यह अब तक की सबसे दुस्साहसिक वारदात रही, जिसने पूरे पुलिस तंत्र को खुली चुनौती दे डाली है। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने किसी शातिर गैंग का हाथ होने के साथ अंदरखाने की मिलीभगत को लेकर बारीकी से पड़ताल शुरू की, लेकिन पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा। वहीं, अब आइआइएफएल गोल्ड लोन के रुड़की दफ्तर को निशाना बनाया गया। इससे एक बात तो तय है कि यह कंपनी पिछले कई महीनों से लुटेरों के टारगेट पर है। 

दून और रुड़की में हुई लूट की तरीका भी लगभग एक जैसा ही है। सभी वहां से कैश या फिर सोना लूटने आए थे, लेकिन कामयाब न होने पर वहां मौजूद कर्मचारियों को निशाना बनाया। ऐसे में माना जा रहा है कि दून और रुड़की की लूट में शामिल बदमाश एक ही हैं या फिर उसी गैंग के सदस्य हो सकते हैं। कई राज्यों की खाक छान चुकी है पुलिस फाइनेंस कंपनी में दिनदहाड़े हुई लूट की वारदात के तार गाजियाबाद, जयपुर और पानीपत से भी जुड़ते दिखे थे। 

इन तीनों शहरों में भी इसी तर्ज पर लूट की वारदात हो चुकी थी। इन मामलों का पुलिस ने सभी जिलों से ब्योरा मंगा कर उनका परीक्षण करना और उसमें शामिल बदमाशों के सत्यापन के लिए तीन अलग-अलग टीमें इन शहरों के लिए रवाना कीं, लेकिन अब तक कोई ऐसा सुराग हाथ नहीं लगा, जिससे सनसनीखेज वारदात का खुलासा हो सके। 

बोले अधिकारी

अजय रौतेला (आइजी गढ़वाल) का कहना है कि रुड़की और देहरादून में हुई गोल्ड लोन कंपनी में हुई लूट को दोनों जिलों की पुलिस को निर्देशित किया गया है। अब तक की जांच में सामने आए तथ्यों का मिलान करते हुए टीमें गठित की जाएं। घटना का जल्द से जल्द अनावरण करने का निर्देश दिया गया है। 

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