जनता कर्फ्य के बीच फुर्सत में विधानसभा अध्यक्ष और ऋषिकेश महापौर ने की कुकिंग
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल और नगर निगम की महापौर अनीता ममगाईं ने जनता कर्फ्यू के दिन अपना पूरा वक्त घर पर परिवार के साथ बिताया।
ऋषिकेश, जेएनएन। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने जनता कर्फ्यू के दिन अपना पूरा वक्त घर पर परिवार के साथ बिताया। उन्होंने जरूरी काम घर पर ही निपटाने के साथ किचन में भी हाथ आजमाया। वहीं, जनता कर्फ्यू के बीच नगर निगम की महापौर अनीता ममगाईं ने पूरे समय अपने को घर के भीतर रखा।
विस अध्यक्ष ने बताया कि दौड़ भाग भरी दिनचर्या से अलग प्रात: उठ कर घर की छत पर टहले। नियमित दिनचर्या के बाद उन्होंने परिवार के साथ बैठकर अखबार पढ़े और टीवी देखा। जिसके बाद घर पर ही फाइल व अन्य पेंडिंग काम निपटाए। जनता कर्फ्यू को देखते हुए पूरे स्टाफ को रविवार का अवकाश दिया था। लिहाजा स्वयं ही अपनी फाइलों को कागजातों को व्यवस्थित किया। फोन पर ही स्थानीय प्रशासन व राजकीय चिकित्सालय और एम्स के अधिकारियों से चर्चा की। स्वयं ही किचन में खाना बनाया। भोजन के पश्चात उन्होंने कार्यकर्ताओं तथा चिर परिचितों से फोन पर बात कर हाल जाने। जनता कर्फ्यू में सहयोग को जनता को धन्यवाद दिया।
महापौर ने पूरे समय अपने को घर में बिताया
जनता कर्फ्यू के बीच नगर निगम की महापौर अनीता ममगाईं ने पूरे समय अपने को घर के भीतर रखा। शाम को पांच बजे वह जरूर अपने पति के साथ छत पर शंख बजाने आई। पूरे दिन टेलीफोन से पार्षदों और अधिकारियों के साथ संपर्क में रही।
महापौर ने दूरभाष पर बताया कि अपने परिवार के साथ पूरा दिन घर में बिताकर जनता कर्फ्यू का पालन किया। सुबह उठते ही समाचार पत्रों में मुख्य समाचारों पर सरसरी नजर दौड़ाई। इसके बाद दैनिक जागरण के साथ जनता कर्फ्यू को लेकर अभिनेता अक्षय कुमार की अपील को अपने फेसबुक वॉल पर पोस्ट करते हुए आम जनता से जनता कर्फ्यू में सहयोग की अपील की। दिन का खाना स्वयं बनाया। भड्डू में तुवर की दाल और चावल बनाकर पूरे परिवार के साथ भोजन किया। इसके बाद वह नगर निगम के अधिकारियों के साथ समय-समय पर बात की। इस दौरान क्षेत्र के पार्षदों से हाल-चाल जाना। उन्होंने कहा कि 31 मार्च तक राज्य सरकार का लॉक डाउन संबंधी फैसला जनहित में है। घरों में एकत्र होने वाले कूड़े का निस्तारण व सफाई व्यवस्था के लिए वह कारगर योजना बनाई जा रही है।
तैयारियों में जुटे रहे एम्स निदेशक
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में निदेशक प्रोफेसर रविकांत और उनकी टीम हालात से लड़ने की तैयारी में जुटे नजर आए। जनता कर्फ्यू के रोज एम्स ऋषिकेश के भीतर कोई कर्फ्यू नजर नहीं आया। एक बड़ी चुनौती से लड़ने के लिए एम्स निदेशक प्रोफेसर रविकांत और उनकी टीम तत्पर नजर आई। शनिवार की रात तमाम फैकल्टी और जिम्मेदार अधिकारियों के साथ मंथन के बाद रात दो बजे एम्स निदेशक अपने कक्ष में सोने के लिए चले गए।
सुबह साढ़े पांच बजे उठकर कर स्नान पूजा पाठ किया और नाश्ता करने के बाद फिर नई चुनौती से लड़ने के लिए कार्यालय में बैठ गए। दोपहर दो बजे तक वह आठ इलेक्ट्रॉनिक मीटिंग ले चुके थे। दोपहर का खाना तो नहीं अल्प आहार कार्यालय में मंगाया और फिर से रूम सॉफ्टवेयर के जरिये चिकित्सकों के साथ विचार विमर्श में जुट गए। शाम सात बजे तक वह कुल आठ इलेक्ट्रॉनिक मीटिंग कर चुके थे। इस बीच केंद्र और राज्य सरकार से उनका कोविड को लेकर निरंतर संपर्क बना रहा। निदेशक प्रोफेसर रविकांत से बातचीत करने पर उन्होंने कहा कि कितनी भी बड़ी मुसीबत आ जाए हम हर हालात से लड़ने के लिए खड़े हैं। एम्स परिवार का छोटे से लेकर बड़े सदस्य 24 घंटे सेवा के लिए तैयार है। उत्तराखंड की जनता की सेवा में सभी लोग डटे हैं।
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