Ankita Murder Case: अनुज की नजदीकी ने बढ़ाई अंकित और निवेदिता के बीच दूरी!
अंकित और निवेदिता के बीच मनमुटाव की वजह अनुज नारंग बताया जा रहा है। पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि अनुज दिल्ली में आर्टिफिशियल गहनों का व्यापार करता था लेकिन अंकित चौधरी के साथ उसकी अच्छी दोस्ती होने के कारण वह बीच-बीच में देहरादून आता जाता रहता था।

जागरण संवाददाता, देहरादून। अंकित और निवेदिता के बीच मनमुटाव की वजह अनुज नारंग बताया जा रहा है। पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि अनुज दिल्ली में आर्टिफिशियल गहनों का व्यापार करता था, लेकिन अंकित चौधरी के साथ उसकी अच्छी दोस्ती होने के कारण वह बीच-बीच में देहरादून आता जाता रहता था।
इस बार अनुज नौ अप्रैल को अंकित के पास आया और कोरोना के कारण कर्फ्यू लग गया तो वह दिल्ली नहीं जा सका। अंकित और अनुज एक साथ ही खाते पीते थे, जो निवेदिता को पसंद नहीं आया। निवेदिता ने अंकित से कहा कि अनुज उन दोनों के बीच में हस्तक्षेप न करे। बताया जा रहा है कि घटना वाली रात को भी दोनों के बीच इसी बात को लेकर झगड़ा हुआ और अंकित ने गुस्से में आकर बालकनी में बैठी निवेदिता को धक्का देकर नीचे फेंक दिया।
निवेदिता की मौत के बाद जब अंकित ने उसके शव को ठिकाने लगा दिया तो वह फ्लैट पर पहुंचा और अनुज और उसके पिता चंद्रप्रकाश नारंग को सारी घटना की जानकारी दी कि कैसे उसने शव को ठिकाने लगाया। इसके बावजूद अनुज व उसके पिता ने इसकी सूचना पुलिस को देने के बजाय आरोपित अंकित चौधरी के अपराध को छिपाया। दोनों पिता-पुत्र 28 अप्रैल को हुई घटना के बाद भी एक मई तक इसी फ्लैट पर रहे और इसके बाद सहारनपुर गए।
अनुज का हालचाल पूछने आए थे पिता
पुलिस के अनुसार अनुज को लीवर की समस्या है। लंबे समय से अनुज के देहरादून में होने के कारण उसके पिता को उसके खाने-पीने की चिंता सताने लगी और वह 20 अप्रैल को देहरादून आकर बेटे के साथ रहने लगा। चंद्रप्रकाश सहारनपुर में मोबाइल शाप चलाते हैं।
बंगाल से आ रहे राजपुर थाने में लगातार फोन
पुलिस अब निवेदिता व अंकित के बैंक खाते भी खंगालने में जुट गई है। वहीं निवेदिता का अब तक सामान नहीं मिल पाया है, उसकी भी जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि बंगाल की मीडिया में यह मामला काफी सुर्खियों में है और राजपुर थाने में लगातार फोन आ रहे हैं।
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