Ankita Bhandari Murder Case: कड़ी से कड़ी जुड़ी और खुला वनंतरा का काला चिट्ठा, पुलकित ने भी की थी छेड़डाड़
Ankita Bhandari Murder Case अंकिता भंडारी हत्याकांड में रिसार्ट के कर्मचारियों की गवाही महत्वपूर्ण साबित हुई। गवाहों ने रिसार्ट के अंदर की गतिविधियों का पर्दाफाश किया जिसमें महिलाओं पर अनैतिक कार्य करने का दबाव भी शामिल था। पुलकित आर्य ने पुलिस जांच को रोकने का प्रयास किया। अंकिता असुरक्षित महसूस करती थी और उसे रिसार्ट में प्रताड़ित किया जाता था। पुलकित ने अंकिता के साथ छेड़छाड़ भी की थी।

जागरण संवाददाता, देहरादून। Ankita Bhandari Murder Case: पौड़ी जनपद के यमकेश्वर विकासखंड में गंगा भोगपुर गांव स्थित वनंतरा रिसार्ट में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था। वहां काम करने वाले कर्मचारियों विशेषकर महिलाओं पर अनैतिक कार्य के लिए दबाव बनाया जाता था।
इस कारण कोई भी कर्मचारी ज्यादा दिन तक रिसार्ट में नहीं टिकता था। शुक्रवार को आए अंकिता भंडारी हत्याकांड के फैसले में अदलत ने जिन गवाहों का जिक्र किया है उसमें रिसार्ट में चल रही कई कारगुजारियों का भी पर्दाफाश हुई। यह गवाही अभियुक्तों को सजा दिलाने में अहम साबित हुई।
पुलकित नहीं चाहता था कि नियमित पुलिस करें जांच
पुलकित आर्य नहीं चाहता था कि मामले की जांच नियमित पुलिस करे। इसके लिए उसने साठगांठ का प्रयास भी किया। अदालत के फैसले में जिक्र है कि इस संबंध में तत्कालीन पटवारी वैभव प्रताप और पुलकित आर्य के बीच फोन पर बातचीत हुई। यह भी सामने आया कि पुलकित ने वैभव से कहा, क्या ऐसी कोई संभावना है कि मामला राजस्व पुलिस ही देखे।
कर्मचारियों की गवाही रही अहम
अंकिता रिसार्ट में असुरक्षित महसूस करती थी। वहां उसके साथ बदसलूकी होती थी। अदालत के निर्णय में यह भी जिक्र है कि 18 सितंबर 2022 की शाम अंकिता कमरे से बाहर निकलते हुए फोन पर चिल्ला रही थी कि 'प्लीज मुझे यहां से ले जाओ।'
इस दौरान पुलकित ने अंकिता से मोबाइल छीना और उसे खींचकर रिसार्ट के अंदर ले गया। इसके बाद सौरभ भास्कर बाइक पर अंकिता को ले गया। पुलकित और अंकित उसके पोछे स्कूटी से थे। उस समय अंकिता रो रही थी। रात में पुलकित, सौरभ व अंकित वापस आ गए, लेकिन अंकिता उनके साथ नहीं थी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खारिज की हादसे की थ्योरी
पुलकित ने खुद को बचाने के लिए इस हत्याकांड को हादसे का रूप देने का कुचक्र रचा था, लेकिन अदालत में पेश किए गए क्राइम सीन के दोहराव और पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने उसे कामयाब नहीं होने दिया। अदालत के निर्णय में जिक्र है कि अंकिता के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार अंकिता नहर में गिरी नहीं, बल्कि उसे धक्का देकर गिराया गया।
पोस्टमार्टम के दौरान शरीर पर कहीं भी ऐसे निशान नहीं मिले, जिससे साबित हो कि वह नहर की पटरी से फिसलकर गिरी। चिकित्सकों ने अंकिता की मौत का कारण डूबना माना। वहीं, अंकिता की हत्या के बाद उसका फोन नहीं लगने पर जब पुष्पदीप ने पुलकित को फोन कर उसके बारे में पूछा तो उसने कहा कि वे लोग रात नौ बजे रिसार्ट आ गए थे और सुबह से अंकिता अपने कमरे में नहीं है।
नहीं मिला अंकिता और पुलकित का मोबाइल फोन
घटना वाले दिन से अब तक की जांच के दौरान पुलिस को अंकिता का मोबाइल फोन नहीं मिल पाया। पुलकित का मोबाइल फोन भी गायब है। इससे वनंतरा रिसार्ट में आने वाले कथित वीआइपी का नाम, एक्स्ट्रा सर्विस आदि की जानकारी भी नहीं मिल पाई। डमी सिम से पुलकित और अंकिता के मोबाइल से हुई वाट्सएप चैट को रिकवर करने के प्रयास हुए, लेकिन वह भी नहीं हो पाया।
अंकिता पर गलत नजर रखता था पुलकित, छेड़छाड़ भी की
कोर्ट के निर्णय में यह भी जिक्र है कि रिसार्ट में अंकिता के साथ छेड़छाड़ हुई। खुद पुलकित आर्य उस पर गलत नजर रखता था। उसने कई बार अंकिता को अपने बगल वाले कमरे में ठहराया। एक सितंबर को किसी गेस्ट ने अंकिता के साथ छेड़छाड़ की तो पुलकित ने उसे अपने बगल वाले कमरे में शिफ्ट कर दिया।
एक-दो दिन बाद अंकिता वापस अपने कमरे में आ गई तो पुलकित ने मेहमान अधिक होने की बात कहते हुए दोबारा उसे अपने बगल वाले कमरे में शिफ्ट कर दिया। 10 सितंबर की रात पुलकित, सौरभ व अंकित ने अंकिता के कमरे में बैठकर शराब पी। इस दौरान पुलकित ने अंकिता के साथ छेड़छाड़ कर दी। बाद में तीनों ने इसके लिए माफी भी मांगी।
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