Ankita Bhandari Murder Case: परिवार को सपोर्ट करने घर से निकली थी, 20 दिन की नौकरी ने छीनी जिंदगी और सपने
Ankita Bhandari Murder Case उत्तराखंड के पौड़ी जिले की अंकिता भंडारी जो परिवार की मदद के लिए ऋषिकेश में नौकरी करने आई थी की 20 दिन की नौकरी ने उसकी जिंदगी छीन ली। होटल मैनेजमेंट का कोर्स करने के बाद अंकिता को वनंतरा रिसार्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी मिली थी। रिसार्ट मालिक पुलकित आर्य और उसके दोस्तों ने अंकिता पर एक्स्ट्रा सर्विस का दबाव बनाया।

जागरण संकदा देहरादून। Ankita Bhandari Murder Case: पौड़ी जिले की होम-श्रीकोट निवासी अंकिता भंडारी 19 वर्ष की आयु में जब घर-परिवार का संबल बनने गांव से ऋषिकेश के लिए निकली तो उसकी आंखों में तमाम सपने थे।
अंकिता न केवल पढा़ई में होशियार थी, बल्कि समझदार भी थी। वह 12वीं के बाद आगे पढ़ना चाहती थी, लेकिन इस बीच कोरोना ने दस्तक दे दी। घर के हालात अनुकूल नहीं थे, इसलिए अंकित के मन में विचार आने लगे कि उसे परिवार की मदद करनी चाहिए।
उसने दून से होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया और रोजगार की तलाश में जुट गई। वह होटल इंडस्ट्री में नाम कमाना चाहती थी। अंकिता को वनंतरा रिसार्ट में रिसेप्शनिस्ट को नौकरी का पता इंटरनेट से चला। वह रिसार्ट ऋषिकेश से लगे पौड़ी जिले के चमकेश्वर ब्लाक स्थित गंगा भोगपुर में पड़ता है।
सपनों को जैसे लग गए पंख
संयोग से अंकिता को नौकरी मिल भी गई। परिवार के लिए उसका यह सफलता किसी सौगात से कम नहीं थी। माता-पिता, भाई व वाचा चाची खुशी में फूले नहीं समा रहे थे। 28 अगस्त 2022 को अंकित ने जब वनंतरा रिसार्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी ज्वाइन की तो उसके सपनों को भी जैसे पंख लग गए।
किसी ने कल्पना भी न की होगी कि महज 20 दिन में अंकिता की यह खुशी उसके परिवार को जीवनभर कर गम दे जाएगी। नौकरी शुरू करने के कुछ दिन बाद ही वह साजिशों में घिरने लगी। यह साजिश कोई और नहीं रिसार्ट मालिक पुलकित आर्य अपने दोस्त सौरभ भास्कर व अंकित गुप्ता के साथ मिलकर रच रहा था।
अंकिता ने यह बात हलांकि स्वजन की नहीं बताई, लेकिन अपने जम्मू निवासी दस्त पुष्पदीप को वह रिसार्ट में घटित हर मामले की जानकारी देती थी। पुष्पदीप से अंतिम बार हुई बातचीत में अंकिता ने यह भी बताया था कि यह तीनों के बीच फंस गई है और तीनों कोई भी घटना कर सकते हैं।
अपने विरुद्ध रची जा रही साजिशों की आहट महसूस कर अंकिता इससे बहर निकालना चाहती थी, लेकिन ऐसा संभय नहीं पा रहा था। उस पर एक्सट्रा सर्विस का दबाव बनाया जा रहा था। इसी बात पर अंकित गुप्ता के साथ कहासुनी भी हुई। इसका जिक्र कोर्ट के ट्रायल में भी हुआ है।

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