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    Uttarakhand: मंदिर में हुई अंजुमन कमेटी की बैठक, रुद्रसेना ने जताई आपत्ति; परिसर को गंगाजल से धोया

    Updated: Sat, 06 Dec 2025 03:08 PM (IST)

    चकराता के आर्य समाज मंदिर में अंजुमन कमेटी की बैठक पर विवाद हो गया। रुद्रसेना ने मंदिर में दूसरे समुदाय के लोगों के प्रवेश पर आपत्ति जताई और गंगाजल से ...और पढ़ें

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    आर्य समाज मंदिर चकराता की गंगाजल से धुलाई करते रुद्र सेना के कार्यकर्ता। कार्यकर्ता

    संवाद सूत्र, जागरण, चकराता (देहरादून) : आर्य समाज मंदिर चकराता में अंजुमन कमेटी की बैठक के आयोजन पर बखेड़ा हो गया।

    इस बैठक में नई कार्यकारिणी का गठन कर हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय से पदाधिकारियों को चुना गया था। रुद्रसेना ने एक समुदाय विशेष के लोगों के मंदिर में प्रवेश और साजिशन बैठक करने का आरोप लगाकर परिसर की गंगाजल से धुलाई करवा दी।

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    उधर, विरोध को देखते हुए अध्यक्ष सुजात अली शाह ने अंजुमन कमेटी की नवगठित कार्यकारिणी को भंग कर दिया। साथ ही भावना को ठेस पहुंचने पर खेद भी जताया।

    यह बैठक गुरुवार को हुई थी। रुद्रसेना के पदाधिकारी शुक्रवार को आर्य समाज मंदिर पहुंचे और इस पर कड़ी आपत्ति जताई।

    उन्होंने छावनी बाजार में भी नारेबाजी की। इसके बाद आयोजित बैठक में रुद्रसेना के संस्थापक राकेश उत्तराखंडी ने कहा कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इससे धार्मिक आस्था को ठेस पहुंची है। उन्होंने आर्य समाज की कार्यकारिणी को भी तत्काल भंग करने और मंदिर के अध्यक्ष से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को भी कहा।

    मौके पर पहुंचे आर्य समाज के अध्यक्ष तीर्थ कुकरेजा ने भी पूरे मामले पर खेद प्रकट किया। इस मौके पर रुद्रसेना चकराता के अध्यक्ष, मनीष रावत, विजयपाल डोभाल, अंकित तोमर, दिनेश, नरेंद्र नेगी, दिनेश राठौर, नरेंद्र राणा, वीरेन्द्र नेगी, अमित जोशी, दिगंबर चौहान, आदि मौजूद रहे।

    अवैध रूप से बसे लोगों की जांच की मांग

    रुद्रसेना ने कालसी ब्लाक की ग्राम सभा मंगरोली के खेड़ा टगलटी में अवैध रूप से बसे कुछ लोगों की जांच की मांग को लेकर उपजिलाधिकारी चकराता को ज्ञापन सौंपा है।

    रुद्रसेना के संस्थापक राकेश उत्तराखंडी ने कहा कि कालसी ब्लाक के ग्रामसभा मंगरोली के अंतर्गत खेड़े टगलटी में कुछ लोग अवैध रूप से बसे हुए हैं। वहां इनकी कोई भूमि नहीं है। फिर भी उनके नाम परिवार रजिस्टर व मतदाता सूची तक में दर्ज हैं। इस मामले की जांच की जानी चाहिए।

    उप जिलाधिकारी प्रेमलाल ने कहा कि मामले में जांच के लिए तहसीलदार चकराता व खंड विकास अधिकारी कालसी को निर्देशित किया गया है। रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी।

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