उत्तराखंड में आने वाले कुछ वर्षों में दूर होगी विशेषज्ञ चिकित्सकाें की कमी, मेडिकल कालेजों में बढ़ेंगी पीजी सीट
Uttarakhand Medical Colleges सरकार ने शैक्षिक सत्र 2025-26 तक राजकीय मेडिकल कालेजों में पीजी की 100-100 सीट प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है। अगले शैक्षिक सत्र में रुद्रपुर और पिथौरागढ़ के राजकीय मेडिकल कालेजों को प्रारंभ करने पर ध्यान दिया जा रहा है। बता दें कि प्रदेश में तीन राजकीय मेडिकल कालेजों देहरादून श्रीनगर और हल्द्वानी में पीजी कक्षाएं संचालित की जा रही हैं।

राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। Uttarakhand Medical Colleges: प्रदेश में आने वाले कुछ वर्षों में विशेषज्ञ चिकित्सकाें की कमी दूर हो जाएगी। सरकार ने शैक्षिक सत्र 2025-26 तक राजकीय मेडिकल कालेजों में पीजी की 100-100 सीट प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत ने विभाग और मेडिकल कालेजों को इस संबंध में कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
प्रदेश सरकार को अपने अस्पतालों के साथ ही राजकीय मेडिकल कालेजों में भी विशेषज्ञ चिकित्सकों की आवश्यकता है। प्रदेश में संचालित हो रहे राजकीय मेडिकल कालेजों की संख्या बढ़ी है। अगले शैक्षिक सत्र में रुद्रपुर और पिथौरागढ़ के राजकीय मेडिकल कालेजों को प्रारंभ करने पर ध्यान दिया जा रहा है।
विशेषज्ञ चिकित्सक एवं सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सकों की मांग बढ़ी
इसके साथ ही मेडिकल कालेजों में फैकल्टी और प्रत्येक जिले में विशेषज्ञ चिकित्सक एवं सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सकों की मांग बढ़ी है। प्रदेश में तीन राजकीय मेडिकल कालेजों देहरादून, श्रीनगर और हल्द्वानी में पीजी कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। इनमें 19 पीजी काेर्स में 174 सीट स्वीकृत हैं। दून मेडिकल कालेज में 53, श्रीनगर मेडिकल कालेज में 52 तथा हल्द्वानी मेडिकल कालेज में पीजी की 69 सीट हैं।
सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सकों की कमी को दूर करना सरकार की प्राथमिकता
चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य में चिकित्सा शिक्षा का व्यापक विस्तार किया जा रहा है। ऐसे में सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सकों की कमी को दूर करना सरकार की प्राथमिकता में सम्मिलित है। विभागीय मंत्री ने कहा कि प्रत्येक मेडिकल कालेज में पीजी कक्षाओं को संचालित किया जाएगा, ताकि विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध हो सकें।
पीजी सीट के लिए आवश्यक अवस्थापना सुविधाएं जुटाने पर बल
उन्होंने बताया कि पीजी कोर्स में अधिक सीट की स्वीकृति के लिए व्यापक कार्ययोजना बनाई जा रही है। इसके अंतर्गत विभाग ने नेशनल मेडिकल कमीशन से अनुरोध किया है।
पीजी सीट के लिए आवश्यक अवस्थापना सुविधाएं जुटाने पर बल दिया जा रहा है, ताकि कमीशन से इस संबंध में आवेदन को स्वीकृति मिल सके। डा रावत ने कहा कि मेडिकल कालेजों में गुणात्मक शिक्षा के साथ-साथ संबद्ध चिकित्सालयों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती पर जोर दिया जा रहा है।
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