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    ऋषिकेश में गंगा तट पर बही कृष्णा दास की भजन लहरियों की धारा, विदेश से भी सुनने पहुंचे लोग

    Updated: Sun, 26 Oct 2025 04:31 PM (IST)

    ऋषिकेश में गंगा प्रेम हास्पिस चैरिटी द्वारा आयोजित दो दिवसीय कीर्तन शृंखला में अमेरिकी गायक कृष्णा दास ने भजनों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कृष्णा दास इस कार्यक्रम से प्राप्त धनराशि कैंसर रोगियों की मदद के लिए दान करेंगे। यह कार्यक्रम कैंसर पीड़ितों के लिए एक मानवीय सहायता का प्रयास है, जिसमें देश-विदेश से भक्त शामिल हुए।

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    दो दिवसीय इस कीर्तन शृंखला से प्राप्त संपूर्ण धनराशि संस्था को देंगे अमेरिकी भजन गायक कृष्णा दास. Jagran

    जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। देश के कैंसर रोगियों की मदद के लिए गंगा प्रेम हास्पिस चैरिटी की ओर से गंगा तट पर आशीर्वाद वाटिका ऋषिकेश में आयोजित दो दिवसीय कीर्तन शृंखला के शुभारंभ पर अमेरिकी गायक कृष्णा दास की भजन प्रस्तुतियों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने राम, हनुमान व कृष्ण धुन पर भजनों की मनोहारी प्रस्तुति दी।

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    गंगा प्रेम हास्पिस की कार्यकारी अधिकारी पूजा डोगरा ने बताया कि गंगा प्रेम हास्पिस चैरिटी उत्तराखंड और आसपास के क्षेत्रों में असहाय कैंसर रोगियों की देखभाल करने वाली एक समर्पित संस्था है। भजन गायक कृष्णा दास ने इस कीर्तन शृंखला से प्राप्त संपूर्ण धनराशि संस्था को देने का निर्णय लिया है, जिसका उपयोग कैंसर से जूझ रहे मरीजों की चिकित्सा, देखभाल और राहत के लिए किया जाएगा। कहा कि यह कार्यक्रम केवल संगीत का उत्सव नहीं, बल्कि एक मानवीय अभियान है, जिसका उद्देश्य कैंसर पीड़ितों की मदद करना है।

    विदेश से आए भक्त भी हुए शामिल

    कार्यक्रम में देश-विदेश के हजारों श्रद्धालु और बड़ी संख्या में भजन गायक कृष्णा दास के अनुयायी शामिल हुए। कृष्णा दास की विशिष्ट भजन शैली ने श्रोताओं को आकर्षित किया। वह इससे पहले भी ऋषिकेश में प्रस्तुति दे चुके हैं।

    भक्ति, सेवा और संवेदना का मिलन

    कृष्णा दास को दुनियाभर में ‘योग संगीत के पथिक’ के रूप में जाना जाता है। वह अपनी मधुर आवाज और कीर्तन परंपरा के जरिये प्रेम, करुणा और सेवा का संदेश देते हैं। गंगा प्रेम हास्पिस की कार्यकारी अधिकारी पूजा डोगरा का कहना है कि ऋषिकेश में उनका यह कार्यक्रम न केवल एक सांस्कृतिक अवसर है, बल्कि उन हजारों कैंसर पीड़ितों के लिए उम्मीद का एक दीप भी है, जो जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।