जर्नल आफ मेडिकल एविडेंस में प्रकाशित होंगे एम्स के शोध, ब्रिटिश मेडिकल जर्नल के साथ हुआ समझौता
एम्स ऋषिकेश और ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (बीएमजे) ने एक समझौता किया है। इसके तहत, एम्स में हुए शोध 'जर्नल ऑफ मेडिकल एविडेंस' में प्रकाशित होंगे। प्रो. मीनू सिंह ने इसे ऐतिहासिक बताया और प्रो. समीरन नंदी ने कहा कि इससे जर्नल को वैश्विक पहचान मिलेगी। डॉ. अजीत भदौरिया ने उच्च-गुणवत्ता वाले चिकित्सा साक्ष्य को बढ़ावा मिलने की बात कही।

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। एम्स ऋषिकेश में किए गए शोध जर्नल आफ मेडिकल एविडेंस (जेएमई) प्रकाशित करने के लिए ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (बीएमजे) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
इस एमओयू में संस्थान की ओर से कार्यकारी निदशेक प्रोफेसर मीनू सिंह और बीएमजे की ओर से प्रशांत मिश्रा ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने कहा कि यह ऐतिहासिक समझौता अगले पांच वर्षों के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि यह त्रैमासिक जनरल ओपन एक्सेस जर्नल्स डायरेक्टरी (डीओएजी) में सूचीबद्ध है।
जेएमई के प्रधान संपादक प्रो. समीरन नंदी ने कहा कि बीएमजे के साथ एम्स ऋषिकेश की यह साझेदारी एक प्रतिष्ठित उपलब्धि है जो जनरल की वैश्विक दृश्यता और विद्वत्तापूर्ण प्रभाव को बढ़ाने में लाभकारी सिद्ध होगी।
जेएमई के प्रबंध संपादक डा. अजीत भदौरिया ने बताया कि यह उच्च-गुणवत्ता वाले चिकित्सा साक्ष्य और शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए एम्स ऋषिकेश के समर्पण को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इससे चिकित्सा साक्ष्य को आगे बढ़ाने और शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए एम्स ऋषिकेश की प्रतिबद्धता और मजबूत होगी।
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (बीएमजे) एक मेडिकल जनरल है जो दुनिया की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित मेडिकल जनरल में से एक है। इसे ब्रिटिश मेडिकल एसोसिएशन (बीएमए.) के पूर्ण स्वामित्व वाली बीएमजे पब्लिशिंग ग्रुप की ओर से प्रकाशित किया जाता है जो विभिन्न विषयों पर विश्वसनीय, साक्ष्य-आधारित शोध प्रकाशित करता है।
यह चिकित्सीय क्षेत्र में शोध के साथ-साथ नैदानिक समीक्षाएं, हालिया चिकित्सा प्रगति आदि प्रकाशित करता है। इस अवसर पर वरिष्ठ पुस्तकालयाध्यक्ष व सूचना अधिकारी श्री संदीप कुमार सिंह, वरिष्ठ निजी सचिव विनीत कुमार सिंह, डा. इंद्र कुमार शेरावत, डा. भावना गुप्ता सहित बीएमजे प्रतिनिधि प्रशांत मिश्रा आदि मौजूद रहे।

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