Dehradun News: एम्स में बिना मास्क पहुंच रहे मरीज, ओपीडी में नहीं मिल रही एंट्री
एम्स ऋषिकेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। ओपीडी में बिना मास्क के प्रवेश नहीं मिल रहा जिससे मरीजों और तीमारदारों को परेशानी हो रही है। परिसर के मेडिकल स्टोरों पर मास्क उपलब्ध नहीं होने से बाहर से महंगे दामों पर खरीदना पड़ रहा है।

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। कोरोना के मामले सामने आने पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में सतर्कता बढ़ा दी है। सोमवार से अस्पताल में आने वालों के लिए मास्क पहनना भी अनिवार्य कर दिया गया।
ओपीडी में प्रवेश के लिए मास्क की अनिवार्यता के बाद मरीज व उनके तीमारदारों को मास्क खरीदने के लिए परेशान होना पड़ा। अस्पताल गेट पर मास्क पहनने की अनिवार्यता के बारे में कोई सूचना नहीं दी जा रही थी, जब मरीज व उसके तीमारदार रजिस्ट्रेशन व दूसरी अन्य लंबी प्रकिया से गुजरकर ओपीडी तक पहुंच रहे थे, तब वहां मौजूद एम्स सुरक्षा कर्मी मास्क के बगैर भीतर नहीं जाने दे रहे थे।
वहीं, एम्स परिसर में स्थित मेडिकल स्टोर पर मास्क उपलब्ध नहीं थे। जिससे लोगों को मास्क खरीदने के लिए एम्स परिसर से बाहर जाना पड़ रहा है। जिससे लोग परेशान हो रहे हैं।
दूसरी तरफ एम्स के मुख्य गेट पर मास्क बेचने वाले अधिक दाम में मास्क बेच रहे थे। यहां पर एक साधारण मास्क पांच रुपये वाले की कीमत 10 रुपये और थोड़ा अच्छी क्वालिटी के मास्क की कीमत 20 रुपये वसूली जा रही थी।
ऐसे में परेशान लोग दोगुने दाम पर मास्क खरीदने का मजबूर हो रहे हैं। कई मरीज तो ऐसे भी थे जिनके साथ बुजुर्ग या महिला तीमारदार थी, ऐसे में उनको मास्क खरीदने के लिए खासा परेशान होना पड़ा।
एम्स में उपचार के लिए न केवल उत्तराखंड बल्कि पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश, हिमाचल के दूरदराज क्षेत्र से बड़ी संख्या में मरीज पहुंचते हैं। एम्स में प्रतिदिन औसत ओपीडी 2500 से अधिक रहती है।
इस संबंध में एम्स के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार ने इमरजेंसी क्षेत्र में मास्क पहनने की अनिवार्यता है। कोविड के मामलों को लेकर घबराने की नहीं, लेकिन सतर्क रहने की जरूरत भी है। मरीजों और तीमारदारों को दिक्कत न हो, इसका भी ध्यान रखा जाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।