दफ्तर खुलते ही RTO ऑफिस में उमड़ी भीड़, बिना अप्वाइंटमेंट पहुंचे आवेदकों को टोकन से मिला प्रवेश
आरटीओ कार्यालय शुक्रवार को करीब दो माह बाद खुला तो ड्राइविंग लाइसेंस को लेकर भीड़ पहुंच गई। हालांकि कामकाज को लेकर आरटीओ ने जो एसओपी जारी की थी उसमें साफ था कि लर्निंग लाइसेंस के नए आवेदन अभी नहीं होंगे।

जागरण संवाददाता, देहरादून। गत 22 अप्रैल से जनता के प्रवेश के लिए बंद चल रहा आरटीओ कार्यालय शुक्रवार को करीब दो माह बाद खुला तो ड्राइविंग लाइसेंस को लेकर भीड़ पहुंच गई। हालांकि, कामकाज को लेकर आरटीओ ने जो एसओपी गुरूवार को जारी की थी, उसमें साफ था कि लर्निंग लाइसेंस के नए आवेदन अभी नहीं होंगे। पर, इसके बावजूद बड़ी युवा लाइसेंस का टेस्ट देने पहुंच गए। इसके अलावा ऐसे लोग भी बड़ी संख्या में पहुंचे, जिनका लाइसेंस रिन्यू होना था, या उनके नाम-पते में बदलाव या डुप्लीकेट लाइसेंस बनना था।
कार्य के लिए आने से पहले आनलाइन अप्वाइंटमेंट जरूरी था, मगर पहले दिन ज्यादातर लोग ऐसे आ गए, जिनके पास अपाइंटमेंट नहीं था। चूंकि अप्वाइंटमेंट लेकर आने वालों की संख्या भी कम थी, लिहाजा आरटीओ डीसी पठोई की ओर से बिना अप्वाइंटमेंट पहुंचे आमजन को भी टोकन सिस्टम के आधार पर प्रवेश देने के आदेश दिए गए। हालांकि, आरटीओ के अनुसार सोमवार से बिना अपाइंटमेंट किसी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

कोरोना के चलते 22 अप्रैल से बंद चल रहे आरटीओ दफ्तर में सबसे ज्यादा लंबित आवेदन ड्राइविंग लाइसेंस के हैं। बताया जा रहा कि लाइसेंस से जुड़े कार्य के करीब 12 हजार आवेदन लंबित हैं जबकि अन्य कार्यों के भी 15 हजार से अधिक आवेदन लंबित हो चुके हैं। अब सरकार ने दफ्तरों में जनता के काम शुरू करने के आदेश दिए तो इसमें आरटीओ दफ्तर भी खोल दिया गया। दफ्तर में प्रवेश के लिए नए नियम बनाए गए हैं व रोजाना हर कार्य के लिए संख्या भी 25 तय की गई है।

कोरोना कर्फ्यू के कारण परमानेंट लाइसेंस भी नहीं बन पाए न लर्निंग के लिए कंप्यूटर पर टेस्ट हो सके। जिन आवेदकों ने स्लाट बुक किए हुए थे, अब पहले उन्हें ही मौका दिया जा रहा। लंबित कार्यों में काफी संख्या लाइसेंस रिन्यूवल या उसमें संशोधन से जुड़े कार्यों की भी है। चूंकि, नए वाहनों का पंजीकरण डीलर प्वाइंट से संचालित हो रहा है, लिहाजा उसमें लंबित सूची नहीं है।

अन्य कार्यों में वाहन फिटनेस, वाहन का ट्रांसफर, परमिट से जुड़े कार्य, टैक्स जमा व चालान छुड़ाने जैसे कार्य लंबित हैं। इन सब के लिए एक दिन में 25-25 आवेदन मंजूर किए जा रहे। शुक्रवार सुबह दफ्तर खुला तो सबसे ज्यादा संख्या लाइसेंस से जुड़े कार्यों के लिए पहुंचे आवेदकों की रही। आरटीओ दिनेश चंद्र पठोई ने गेट पर आकर भीड़ को समझाया कि अभी नए लर्निंग लाइसेंस नहीं बनेंगे, लेकिन लोग जिद पर अड़े रहे। इसके अलावा अपाइंटमेंट न करने के कारण कुछ लोग व्यक्तिगत रूप ही आवेदन लेकर दफ्तर पहुंच गए। फिटनेस की फीस जमा करने के बाद वाहन को टेस्ट के लिए आशारोड़ी ले जाना पड़ेगा।
पहले दिन सिर्फ तीन आवेदन
शुक्रवार को पहले दिन आरटीओ में तीन ही आनलाइन अपाइंटमेंट बुक हुए आवेदन आए। दरअसल, जनता को शुक्रवार सुबह ही समाचार पत्रों में दफ्तर खुलने की सूचना के संग आनलाइन अपाइंटमेंट की जानकारी मिली। तीन अपाइंटमेंट ड्राइविंग लाइसेंस के कार्य के थे। जो लोग बिना अपाइंटमेंट आए उन्हें अनुकंपा के आधार पर प्रवेश कराकर काम कर दिया गया। आरटीओ के मुताबिक शुक्रवार को जो अपाइंटमेंट लिए गए, उनके कार्य सोमवार को होंगे। इसके बाद प्रक्रिया नियमित चलती रहेगी।
सभी की हो रही स्क्रीनिंग
आरटीओ में जो भी आवेदक आएंगे उन सभी की थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य रूप से की जा रही। इसके बाद हाथ को सैनिटाइज कराकर उन्हें निर्धारित दूरी बनाकर भेजा जा रहा। आरटीओ ने बताया कि आवेदकों के कागजों को भी सैनिटाइज किया जाएगा।

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