देहरादून के चाऊमीन और मोमोज की दीवानी हैं अभिनेत्री रूप दुर्गापाल
अभिनेत्री रूप दुर्गापाल ने बताया कि जब अल्मोड़ा से दून बीटेक करने आई तो पहली बार चाइनीज फूड खाने का मौका मिला। इसके बाद वह दून की चाऊमीन और मोमो की दीवानी हो गई।
देहरादून, हिमांशु जोशी। चाऊमीन और मोमोज शब्द आज की जेनरेशन के लिए कोई नया नहीं है। बच्चे हों या बड़े, बल्कि सबके लिए आज घर से बाहर पार्टी का मतलब चाऊमीन और मोमो ही है। दून में भी पिछले 10-15 सालों में चाइनीज फूड ने अपनी एक अलग मार्केट बनाई है। यहां इसका काफी बड़ा कारोबार है। अभिनेत्री रूप दुर्गापाल भी दून की चाऊमीन और मोमोज की दीवानी हैं।
आज भी याद हैं दून के मोमोज
जब अल्मोड़ा से देहरादून बीटेक करने आई तो पहली बार चाइनीज फूड खाने का मौका मिला। इसके बाद दून की चाऊमीन और मोमो का स्वाद ऐसा जीभ पर चढ़ा कि मैं इसकी दीवानी हो गई। यह कहना है कि टीवी अभिनेत्री रूप दुर्गापाल का। रूप कहती हैं कि बीटेक करते समय शायद ही ऐसा कोई दिन होता था, जिस दिन चाऊमीन या मोमो न खाया हो। मुझे याद है कि घंटाघर के पास कुमार स्वीट्स की चाऊमीन और जोशी के मोमोज को खाने के लिए हम क्लेमेनटाउन से लगभग रोजाना जाया करते थे। दून में करीब तीन साल मैंने बिताए। इसके बाद मैं मुंबई चली गई और लगभग देश के सभी हिस्सों में घूमी, लेकिन जो बात यहां के मोमो में है, वो मुझे कहीं नहीं दिखी। मुंबई में तो मैं इसे काफी मिस करती हूं।
पहली बार दून में लाए थे मटन मोमो
दून में मोमो की तमाम वैरायटी हैं। जोशी फास्ट फूड के मालिक प्रवीन जोशी बताते हैं कि वर्ष 1987 में उन्होंने दून में पुराने बस अड्डे के पास जोशी फास्ट फूड नाम से दुकान खोली थी। उनका दावा है कि दून में सबसे पहले मटन मोमो वही लेकर आए। बताया कि मटन मोमो, चिकन मोमो, वेज चाऊमीन, मटन, चिकन और वेज थोप्पा की काफी डिमांड है।
दून में चाऊमीन की वैरायटी
- इंडियन चाइनीज कुजीन: इंडियन चाइनीज कुजीन में चाऊमीन काफी मात्र में देखने को मिलता है। इसे कोलकाता का चाइनीज कुजीन भी कहा जाता है। सामान्यत: इसे ग्रेवी के साथ परोसा जाता है। इसमें नूडल्स के साथ पत्ता गोभी, बैंबो शूट्स, पी पोड्स, हरा मसाला और गाजर भी मिलाया जाता है।
- अमेरिकी-चाइनीज कुजीन: अमेरिकी-चीनी इस डाइट में यह एक स्टिर फ्राइड डिश है। यहनूडल्स, मीट, प्याज और अजवाइन से तैयार किया जाता है।
- इसके अलावा कुछ रेस्टोरेंट में आपको स्टीम्ड चाऊमीन, क्रिस्पी चाऊमीन, कनाडाई चाइनीज कुजीन, कैरेबियन चाइनीज कुजीन, नेपाली चाइनीज कुजीन भी आसानी से मिल जाएगा।
दून में चीन से आए चाऊमीन और मोमोज
‘चाऊमीन’ शब्द 20वीं सदी की शुरुआत में अस्तित्व में आया। हल्का फ्राई करके खाया जाने वाला ‘चाऊमीन’ असल में एक चाइनीज डिश है। यही वजह है कि इसे चाइनीज नूडल्स भी कहा जाता है। इसका यह नाम चीन के तैषान शहर से लिया गया है। वर्ष 1920 में सबसे पहले सिन्क्लेयर लेविस के उपन्यास ‘मेन स्ट्रीट’ में चाऊमीन का नाम देखने को मिला। जबकि, मोमो का अर्थ होता है ‘स्टीम में पकाई गई रोटी या चपाती’। मोमो को कई नामों से जाना जाता है। कहीं इसे मोमोज कहते हैं तो कई जगह डिमसिम या मोमो। दून में तिब्बतियों की काफी संख्या है। माना जाता है कि तिब्बती जब दून आए तो चाइनीज डिश भी साथ लेकर आए और धीरे-धीरे यहां भी लोग इसके दीवाने होते चले गए।
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