इंग्लैंड संग हुई टेस्ट सीरीज में ईश्वरन को डेब्यू का नहीं मिला मौका, पिता बोले- 'मलाल तो है, लेकिन निराश नहीं'
भारत-इंग्लैंड टेस्ट श्रृंखला में अभिमन्यु ईश्वरन को अंतिम एकादश में जगह न मिलने का मलाल है। पिता रंगनाथन ईश्वरन ने आईपीएल को प्रतिभा आंकने का पैमाना मानने पर सवाल उठाया। उन्होंने अभिमन्यु की प्रतिभा पर विश्वास जताया और कहा कि एक दिन वह भारत के लिए जरूर खेलेंगे। अभिमन्यु ने घरेलू सीजन पर ध्यान केंद्रित किया है और दलीप ट्रॉफी की तैयारी कर रहे हैं।

जुगल किशोर उपाध्याय, जागरण देहरादून । भारत-इंग्लैंड के बीच पिछले दिनों नाटकीय अंदाज में संपन्न हुई टेस्ट श्रृंखला क्रिकेट के प्रशंसकों के जहन में लंबे समय तक याद रहेगी। भारतीय कप्तान शुभमन गिल की अगुआई में टीम इंडिया ने पांचवें और आखिरी टेस्ट में छह रन की रोमांचक जीत के साथ ही सीरीज को 2-2 की बराबरी पा ला दिया।
पूरी सीरीज के दौरान कई अविस्मरणीय क्षण भी आए। लेकिन इस सीरीज में टीम इंडिया के सदस्य रहे शीर्ष क्रम के बल्लेबाज 29 वर्षीय अभिमन्यु ईश्वरन को इस बात का मलाल रह गया कि उन्हें किसी भी मैच में अंतिम एकादश में जगह नहीं मिल पाई। सीरीज में कुछ मौकों पर वह सब्सीट्यूट के तौर पर केवल क्षेत्ररक्षण करते नजर आए। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन करने वाले अभिमन्यु घरेलू स्तर पर बंगाल के लिए खेलते हैं।
देहरादून में जन्मे अभिमन्यु ईश्वरन का तल्लुक वैसे तो तमिल परिवार से है, लेकिन उनका परिवार अब यहीं बस गया है। पिता रंगनाथन परमेश्वरन ईश्वरन यहां अपनी क्रिकेट अकादमी के माध्यम से क्रिकेट की नई प्रतिभाओं को तराशने में जुटे हैं। भारतीय टीम का हिस्सा होने के बावजूद बेटे को अंतिम एकादश में जगह न मिलने का उन्हें भी मलाल है। दैनिक जागरण से बातचीत में उनका यह मलाल नजर भी आया।
अब तक के आंकड़ों का जिक्र करते हुए वह सवाल उठाते हैं कि क्या आज आइपीएल ही खिलाड़ियों की प्रतिभा आंकने का असल पैमाना बन चुका है। हालांकि पिता को अभिमन्यु के टैलेंट पर पूरा विश्वास है। उन्हें उम्मीद है कि निश्चित रूप से एक दिन अभिमन्यु को टीम इंडिया में डेब्यू का मौका जरूर मिलेगा।
विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे दिग्गजों की गैरमौजूदगी में इंग्लैंड गई भारतीय टीम पूरी तरह नई थी। यह सीरीज टीम में खिलाड़ियों की भूमिका को लेकर नए प्रयोग के लिए भी जानी जाएगी। इस मुकाबले में अभिमन्यु ईश्वरन, साई सुदर्शन, करुण नायर जैसे खिलाड़ियों को भी टीम का हिस्सा बनने का मौका मिला। आइपीएल में अपने दमदार खेल से चयनकर्ताओं को आकर्षिक करने वाले साईं सुदर्शन व करुण नायर का प्रदर्शन इस सीरीज में औसत ही रहा। गौरतलब है कि करुण ने आठ परियों में 202 और साईं सुदर्शन ने 6 पारियों में 140 रन बनाए।
पिता रंगनाथन ने बताया कि पांच मैचों की इस एंडरसन-तेंदुलकर ट्राफी के लिए अभिमन्यु टीम के साथ यात्रा करते रहे। दौरे से पहले भारत-ए के दो मैचों में प्रभावी प्रदर्शन करने के बावजूद वह एक बार भी अंतिम एकादश में जगह नहीं बना पाए। सीरीज के दौरान अभिमन्यु से उनकी बातचीत भी होती रही और उन्होंने हौंसला बनाए रखने को कहा।
बड़े मौकों के लिए न चुने जाने का मलाल तो है, लेकिन निराशा नहीं। रंगनाथन ने बताया कि इंग्लैंड से लौटने के बाद अभिमन्यु ने फिर से घरेलू सीजन पर ध्यान केंद्रित किया है। वह दलीप ट्राफी की तैयारी के लिए बेंगलुरु में हैं। फिलहाल कंधे में हल्की चोट के कारण वह एक सप्ताह तक आराम करने के बाद ही तैयारी के लिए मैदान पर उतरेंगे।
पिता ने बताया कि टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर को भी अभिमन्यु के टैलेंट पर पूरा विश्वास है। कहा कि आज सफेद बाल खेलने वाले तमाम खिलाड़ी हैं, लेकिन लाल गेंद (टेस्ट मैच लाल गेंद से खेली जाती है) से खेलने वाले कम हैं। उदाहरण दिया कि केवल हनुमा बिहारी ही ऐसे अपवाद हैं, जिन्हें आइपीएल न खेलने के बावजूद टीम इंडिया के अंतिम एकादश में जगह मिली। रंगनाथन ने कहा कि अभिमन्यु की क्लासिक शैली बल्लेबाज हैं और उन्हें पक्का भरोसा है कि एक दिन वह भारत के लिए खेलेंगे।
अभिमन्यु ईश्वरन नाम है वर्ल्ड रिकार्ड
अभिमन्यु ईश्वरन का फर्स्ट क्लास रिकार्ड बहुत शानदार है। वह 37 शतक लगा चुके हैं। वह 2022 से ही टीम के साथ दौरे पर जाते हैं। पर आज तक उनको अपना पहला मैच खेलने का मौका नहीं मिला। पिता ने बताया कि अभिमन्यु के नाम फर्स्ट क्लास मैच में वर्ल्ड रिकार्ड भी है। उन्होंने सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेलते हुए लगातार चार शतक लगाए हैं।
अभिमन्यु की उपलब्धियां
अभिमन्यु प्रथम श्रेणी में 12,000 से ज्यादा रन बना चुके हैं। वह 37 शतक व 57 अर्धशतक लगा चुके हैं। बांग्लादेश के खिलाफ 2022 में हुए प्रथम श्रेणी मैच में लगातार दो शतक लगा चुके हैं। 2022 में डंडिया-ए की तरफ से न्यूजीलैंड के खिलाफ एक शतक के अलावा 2021 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रह चुके हैं।
2025 में ही वह भारत के आस्ट्रेलिया दौरे का भी हिस्सा थे। इसके अलावा 2022 में दक्षिण अफ्रीका, 2022 में ही बांग्लादेश दौरे के दौरान भी भारतीय टीम का हिस्सा थे। 2021 में भी वह इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम का हिस्सा रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।