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    उत्तराखंड: हरिद्वार में जल्द बदलेगी 939 सरकारी स्कूलों की तस्वीर, जानिए पूरी योजना

    By Raksha PanthriEdited By:
    Updated: Sat, 06 Feb 2021 10:05 AM (IST)

    उत्तराखंड के आकांक्षी जिलों में से एक हरिद्वार के सरकारी विद्यालयों की तस्वीर जल्द बदलने जा रही है। जिले के 939 सरकारी विद्यालयों को विभिन्न औद्योगिक समूह अंगीकृत करेंगे। शुक्रवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरिद्वार में राजकीय विद्यालय अंगीकरण कार्यक्रम को शुरू किया।

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    हरिद्वार में जल्द बदलेगी 939 सरकारी स्कूलों की तस्वीर।

    राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड के आकांक्षी जिलों में से एक हरिद्वार के सरकारी विद्यालयों की तस्वीर जल्द बदलने जा रही है। जिले के 939 सरकारी विद्यालयों को विभिन्न औद्योगिक समूह अंगीकृत करेंगे। शुक्रवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरिद्वार में राजकीय विद्यालय अंगीकरण कार्यक्रम को शुरू किया। मुख्यमंत्री आवास में आयोजित इस कार्यक्रम में हरिद्वार के मुख्य शिक्षा अधिकारी डा आनंद भारद्वाज और रिलेक्सो फाउंडेशन के गंभीर अग्रवाल ने जिले के 32 विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाएं मुहैया कराने व रूपांतरण के लिए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए। 

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    सरकारी विद्यालयों में बुनियादी ढांचे और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए हरिद्वार जिले में औद्योगिक संगठनों और गैर सरकारी संस्थाओं के सहयोग से उक्त कार्यक्रम चलाया जा रहा है। नीति आयोग ने हरिद्वार को आकांक्षी जिला घोषित किया है। आकांक्षी जिले के लिए निर्धारित लक्ष्य को पाने के लिए जिला प्रशासन ने नई पहल प्रारंभ की है। 

    इस मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अंगीकरण कार्यक्रम से विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं के विकास के साथ शिक्षा की गुणवत्ता सुधरेगी। हरिद्वार से प्रारंभ हो रहा यह अभियान सबको गुणात्मक शिक्षा देने में मददगार होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा की बेहतरी को कार्ययोजना बनाई गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों को स्तरीय शिक्षा देने को हर ब्लाक में दो-दो अटल आदर्श विद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं। 

    हरिद्वार के जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि कार्यक्रम के पहले चरण में जिले में 666 प्राथमिक, 170 उच्च प्राथमिक विद्यालयों, 68 राजकीय हाईस्कूल और 35 इंटर कालेजों को इस योजना में लिया गया है। सरकारी विद्यालयों को माडल के रूप में बदलने में कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत औद्योगिक संगठनों से मदद ली जा रही है। इस अवसर पर अपर सचिव नीरज खैरवाल, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक एचपी विश्वकर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक वीएस चतुर्वेदी मौजूद थे।

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