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    हार्ट में स्टंट पड़ने के बाद भी नहीं टूटी आस्‍था, 40 साल में 100 बार Hemkund Sahib की दुर्लभ यात्रा कर चुकीं 75 वर्षीय नरेंद्र कौर

    Updated: Thu, 27 Jun 2024 08:38 AM (IST)

    Hemkund Sahib Yatra 2024 श्री बदरीनाथ धाम तथा श्री हेमकुंड साहिब के दर्शन करने के बाद बुधवार को नरेंद्र कौर ऋषिकेश पहुंची हैं। चंड़ीगढ़ निवासी नरेंद्र कौर शरीर से भले ही दुर्बल हो गई हों लेकिन उनके हौसले इस कदर बुलंद हैं कि 40 वर्ष से वह लगातार श्री हेमकुंड साहिब के दर्शन को आ रही हैं। वह प्रतिवर्ष गुरु स्थान पर मत्था टेकने जरूर आती हैं।

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    Hemkund Sahib Yatra 2024: हर साल श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा पर आती हैं नरेंद्र कौर

    जागरण संवाददाता, ऋषिकेश । Hemkund Sahib Yatra 2024: अपने आराध्य के प्रति आस्था प्रगाढ़ हो तो उम्र और शारीरिक परेशानियां कभी बाधा नहीं बनती। कमानो शहर चंड़ीगढ़ निवासी नरेंद्र कौर भी ऐसी ही आस्थावान हैं, जो शरीर से भले ही दुर्बल हो गई हों, लेकिन उनके हौसले इस कदर बुलंद हैं कि 40 वर्ष से वह लगातार श्री हेमकुंड साहिब के दर्शन को आ रही हैं। 75 वर्षीय नरेंद्र कौर ने इस वर्ष श्री हेमकुंड साहिब की 100वीं यात्रा पूरी की।

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    श्री बदरीनाथ धाम तथा श्री हेमकुंड साहिब के दर्शन करने के बाद बुधवार को नरेंद्र कौर ऋषिकेश पहुंची हैं। नरेंद्र कौर ने गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट में मत्था टेक कर निर्विघ्न यात्रा के लिए धन्यवाद अदा किया। दैनिक जागरण के साथ बातचीत में उन्होंने बताया कि वह पिछले 40 वर्षों से लगातार श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए आ रही हैं।

    चिकित्सकों ने इस तरह की यात्रा करने से कर दिया था मना

    शुरुआत में वह कपाट खुलने तथा बंद होने पर दो-दो बार यात्रा करती थी। मगर, करीब 10 वर्ष पूर्व हार्ट में स्टंट पड़ने के बाद से चिकित्सकों ने उन्हें इस तरह की यात्रा करने से मना कर दिया था। नरेंद्र कौर बताती हैं कि जिसके बाद वह मायूस हो गई थी, लेकिन मन में आस्था बलवती थी।

    मैंने अपने घर-परिवार वालों तथा चिकित्सकों की सलाह को अनदेखा कर वाहेगुरु पर भरोसा करते हुए फिर हेमकुंड साहिब यात्रा पर निकल पड़ी। यह सिलसिला लगातार जारी है। वह प्रतिवर्ष गुरु स्थान पर मत्था टेकने जरूर आती हैं।

    उन्होंने बताया कि घर में उनके पति, पुत्र, पुत्रवधू तथा पोते-पोतियां हैं। परिवार का अच्छाखासा कारोबार है, राइस मिल और पावर प्लांट का संचालन उनके पति व पुत्र करते हैं। नरेंद्र कौर ने बताया कि कारोबार के सिलसिले में घर के अन्य सदस्यों को वह अपने साथ यात्रा के लिए बाध्य नहीं करती। बल्कि ड्राइवर के साथ स्वयं ही यात्रा पर आ जाती हैं।