उत्तराखंड के 12 जिलों में शपथ ग्रहण के बाद भी 4843 ग्राम पंचायतों में सरकार का गठन नहीं हो सका है। 33056 ग्राम पंचायत सदस्यों और 20 ग्राम प्रधानों के पद रिक्त हैं। केवल 2646 ग्राम पंचायतों में ही बोर्ड बन पाया है क्योंकि दो-तिहाई सदस्य पद खाली थे। पंचायती राज विभाग अब उपचुनाव कराएगा। नीचे विस्तार से पढ़ें खबर।
राज्य ब्यूरो, जागरण देहरादून। हरिद्वार को छोड़ राज्य के शेष 12 जिलों में शपथ ग्रहण के बावजूद 4843 ग्राम पंचायतों में गांव की सरकार का गठन नहीं हो पाया है। ग्राम पंचायत सदस्यों के 33,056 और ग्राम प्रधानों के 20 पद रिक्त रहने के कारण यह स्थिति बनी है। अब इन पदों पर उपचुनाव होने के बाद ही इन ग्राम पंचायतों में पंचायत का गठन हो पाएगा।
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पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद बुधवार को ग्राम पंचायतों में प्रधानों और ग्राम पंचायत सदस्यों का शपथ ग्रहण हुआ। इसमें 7499 में से केवल 2646 ग्राम पंचायतों में ही बोर्ड का गठन हो पाया है। शेष ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत सदस्य के दो-तिहाई पद रिक्त रहने के कारण यह स्थिति बनी है, जबकि 20 ग्राम पंचायतों में प्रधान पदों पर चुनाव ही नहीं हो पाया था।
पंचायती राज विभाग के उप निदेशक मनोज कुमार तिवारी के अनुसार ग्राम पंचायत का गठन तभी हो पाता है, जब वहां प्रधान समेत ग्राम पंचायत सदस्य के दो-तिहाई पदों पर चुनाव हुआ हो। उन्होंने कहा कि अब ग्राम पंचायत सदस्यों व ग्राम प्रधानों रिक्त पदों के उपचुनाव के दृष्टिगत राज्य निर्वाचन आयोग को सूचना भेजी जाएगी।
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