Uttarakhand Lockdown में 350 ने लिए फेरे, अनलॉक में 600 के आ चुके है आवेदन
एक जून से अनलॉक 1.0 शुरू होते ही सात फेरे लेने की अनुमति के लिए ऑफलाइन अर्जियों की संख्या तेजी से बढ़ी है।
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड में देश के अन्य हिस्सों के मुकाबले तीन दिन पहले 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के साथ ही लॉकडाउन लागू कर दिया गया था। तब से लेकर 31 मई तक सभी काम नियमों के दायरे में रहकर किए गए। विवाह जैसे समारोहों में भी धूम-धड़ाके की अनुमति नहीं थी। यही कारण रहा कि दून नगर निगम क्षेत्र में अप्रैल और मई में विवाह समारोह के लिए अपेक्षाकृत कम आवेदन आए, जबकि एक जून से अनलॉक 1.0 शुरू होते ही सात फेरे लेने की अनुमति के लिए ऑफलाइन अर्जियों की संख्या तेजी से बढ़ी है।
सिटी मजिस्ट्रेट अनुराधा पाल ने बताया कि शुरुआत में विवाह समारोह संबंधी आवेदनों को मंजूरी नहीं दी जा रही थी। जब मंजूरी दी जाने लगी तो उसमें भी वर और वधू पक्ष से महज पांच-पांच लोगों को ही समारोह में शामिल होने की अनुमति दी गई। इसके बाद वर और वधू पक्ष से 25-25 (कुल 50) लोगों के शरीक होने की छूट दी गई तो विवाह के आवेदन भी बढ़ने लगे।
हालांकि, तमाम बाध्यताओं और प्रतिष्ठानों के न खुलने के चलते अधिकतर लोगों ने विवाह की तिथि आगे बढ़ा दी। अब लॉकडाउन 1.0 में सर्वाधिक प्रतिष्ठानों को छूट मिलने के बाद उसी अनुपात में विवाह आयोजनों की संख्या बढ़ने लगी हैं। लॉकडाउन के पहले और दूसरे चरण में जहां शादी समारोह की अनुमति के लिए 150 अर्जी आईं, वहीं दूसरे और तीसरे चरण में 350 विवाह हुए। अनलॉक 1.0 में अब तक 600 आवेदन आ चुके हैं।
सिर्फ घर पर विवाह करने की अनुमति
सिटी मजिस्ट्रेट अनुराधा पाल ने बताया कि विवाह संबंधी जो भी आवेदन पास किए जा रहे हैं, उनमें सभी रस्में घर पर ही निभाने की अनुमति दी जा रही है। इसमें भी अधिकतम 50 लोग शामिल हो सकते हैं। कुछ वेडिंग और होटल संचालक भी विवाह कराने की अनुमति मांग रहे हैं। ऐसे कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं किया जा रहा।
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