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ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना में 4200 करोड़ रुपये का परिव्यय प्रस्तावित, परियोजना को लेकर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी किया ट्विट

केंद्रीय बजट में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना में वर्ष 2021-22 के लिये 4200 करोड़ रुपये का परिव्यय प्रस्तावित किया गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और रेल मंत्री पीयूष गोयल का आभार जताया।

By Sumit KumarEdited By: Published: Thu, 04 Feb 2021 03:24 PM (IST)Updated: Thu, 04 Feb 2021 11:02 PM (IST)
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, रेल मंत्री पीयूष गोयल का आभार जताया।

राज्‍य ब्‍यूरो, देहरादून: केंद्रीय बजट में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना में वर्ष 2021-22 के लिये 4200 करोड़ रुपये का परिव्यय प्रस्तावित किया गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और रेल मंत्री पीयूष गोयल का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तराखंड में इन वर्षों में कनेक्टीविटी के क्षेत्र में बहुत तेजी से काम हुआ है।

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पहाड़ में रेल का सपना जल्द ही साकार होने जा रहा है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना में न्यू ऋषिकेश स्टेशन तैयार हो चुका है और यहां से ट्रेनों का संचालन भी शुरू हो चुका है। बाकी जगहों पर भी तेजी से काम चल रहा है। इस वर्ष के लिये बजट में प्रस्तावित 4200 करोड़ रुपये से परियोजना टाइमफ्रेम में पूरा की जा सकेगी।रेल विकास निगम के अधिकारियों के साथ ही रेलवे लाइन निर्माण हेतु विभिन्न पैकेजों में कार्य करने वाली कार्यदायी संस्थाओं की समस्याओं के त्वरित समाधान को सर्वोच्च प्राथमिकता पर लिया गया है। वीरभद्र-न्यू ऋषिकेश ब्लॉक सेक्शन का काम पूर्ण हो चुका है। ऋषिकेश में एक आरओबी और एक आरयूवी भी तैयार हो चुका है।

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परियोजना के तहत 17 टनल के कार्यों को 10 पैकेज में बांटा गया है। लछमोली व श्रीनगर में अलकनंदा नदी पर आरओबी का कार्य प्रारंभ किया जा चुका है। श्रीनगर, गौचर व सिवाइ में रोड ब्रिज का कार्य भी प्रगति पर है। ऋषिकेश-देवप्रयाग ब्लॉक सेक्शन का कार्य 2023-24 और देवप्रयाग-कर्णप्रयाग ब्लॉक सेक्शन का कार्य 2024-25 तक पूर्ण किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उत्तराखंड के चारधाम यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ व बद्रीनाथ को रेलवे सेवा से जोड़ने के लिए लगभग 327 किलोमीटर की कुल लम्बाई की 4 रेलवे लाइन अलाईनमेंट पर भी कार्य किया किया जा रहा है।

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना को लेकर किया ट्विट 

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना को लेकर ट्विट किया। गुरुवार को रात उन्‍होंने परियोजना की पहली एक किमी टनल की खुदाई के कार्य की फोटो समेत ट्विट किया।

जिसमें उन्‍होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना की पहली एक किमी टनल की खुदाई का कार्य पूर्ण किया गया। निर्माण की दृष्टि से हिमालय के इस कठिन, और अत्यंत चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में 125 किमी लंबी इस परियोजना को 2024 तक पूरा करने के लिए रेलवे प्रतिबद्ध है।

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