Lockdown में फंसे अयोध्या के 25 श्रमिकों को घरों के लिए किया रवाना
पुलिस व प्रशासन ने लॉकडाउन में फंसे श्रमिकों व अन्य लोगों को उनके घरों को भेजने का काम तेज कर दिया है। अयोध्या के 25 मजदूरों को निजी बस से उनके घरों के लिए भेजा।
देहरादून, जेएनएन। पुलिस व प्रशासन ने लॉकडाउन में फंसे बाहरी राज्यों के श्रमिकों व अन्य लोगों को उनके घरों को भेजने का काम तेज कर दिया है। शनिवार को विकासनगर क्षेत्र में 45 दिन से लॉकडाउन में फंसे यूपी के अयोध्या के 25 मजदूरों को प्रशासन व पुलिस ने निजी बस से उनके घरों के लिए रवाना किया। विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने उपजिलाधिकारी व प्रभारी कोतवाल से वार्ता की और घरों को भेजे जाने वाले मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया। घरों को लौटते समय श्रमिकों ने कोरोना योद्धा पुलिस, प्रशासन व विधायक का पांच मिनट तक तालियां बजाकर आभार जताया।
बता दें कि हाल ही में विधायक ने हरबर्टपुर के राहत कैंप से जम्मू कश्मीर के बारामूला जिले के 35 श्रमिकों को उनके घर भिजवाया था। अयोध्या के श्रमिक भी लंबे समय से अपने घर जाने की इच्छा जता रहे थे, श्रमिकों को अपने परिवार से दूर रहने पर चिंता बढ़ गयी थी।
कोरोना महामारी में हर किसी को अपने परिवार की चिंता सता रही थी। जब यह मामला विधायक के संज्ञान में आया तो विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने एसडीएम को अयोध्या के श्रमिकों को उनके घर भेजने की व्यवस्था करने को कहा। शनिवार को अपने घर लौटते मजदूरों के चेहरे खिले हुए थे। बस में बैठते ही सभी ने तहसील प्रशासन व पुलिस का आभार जताया।
इस मौके पर ब्लाक प्रमुख जसविंदर बिटटू, एसडीएम सौरभ असवाल, प्रभारी कोतवाल गिरीश नेगी, बाजार चौकी इंचार्ज दीपक मैठाणी, रोशन नेगी, नीरज ठाकुर, जितेंद्र कुमार, सौरभ गुप्ता, शुभम धीमान, संदीप त्यागी, अखिल गोयल, संदीप चावला, संजय खान आदि मौजूद रहे।
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वहीं, लॉकडाउन के चलते कई दिनों से चकराता के रजाणू व त्यूना क्षेत्र में फंसे जम्मू-कश्मीर के 27 श्रमिकों को एसडीएम डॉ. अपूर्वा सिंह की अगुवाई स्थानीय पुलिस-प्रशासन टीम ने शनिवार को चकराता में मेडिकल चेकअप के बाद प्राइवेट बस से घरों के लिए रवाना किया।
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