बच्चों को बताया इगास पर्व का इतिहास
संवाद सहयोगी, ऋषिकेश: गढ़वाल महासभा की ओर से इगास पर्व के उपलक्ष्य मे उड़ान स्कूल में दो दिवसीय कार्य
संवाद सहयोगी, ऋषिकेश: गढ़वाल महासभा की ओर से इगास पर्व के उपलक्ष्य मे उड़ान स्कूल में दो दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। जिसमें वक्ताओं ने नन्हे छात्रों को वीरभड़ माधो की जीवनगाथा के साथ ही इगास बग्वाल का इतिहास भी बताया।
सोमवार को मायाकुंड स्थित उड़ान स्कूल में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ गढ़वाल महासभा के अध्यक्ष डॉ. राजे नेगी ने किया। इस दौरान उन्होंने इगास बग्वाल के इतिहास के बारे में बताया। कहा कि गढ़वाल क्षेत्र में दीपावली के ठीक ग्यारह दिन बाद इगास बग्वाल अर्थात गढ़वाली दीपावली मनाई जाती है। चार सौ वर्ष पूर्व दीपावली के समय गढ़वाल के वीरभड़ माधो ¨सह भंडारी के नेतृत्व में गढ़वाल सेना ने दापा घाट का युद्ध जीतकर तिब्बत पर विजय प्राप्त की थी। जिसके 11 दिन बाद गढ़वाल सेना लौटी। तभी से दीपावली के 11 दिन बाद इगास बग्वाल मनाया जाता है। उन्होंने पारंपरिक खेल भैलो के बारे में बच्चों को जानकारी दी। इस अवसर पर विनोद जुगलाण ने कार्यकम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन सराहनीय हैं, जिनसे युवा व भावी पीढ़ी को अपनी संस्कृति से रूबरू होने का अवसर प्राप्त होता है। कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंधक रमेश ¨लगवाल, शिक्षिका दिव्या सक्सेना, ऋचा रावत, रवि, आशुतोष कुड़ियाल, विजय असवाल, अजय भटनागर, राजा ढींगरा आदि उपस्थित रहे।
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