Move to Jagran APP

विधानसभा में भर्ती घोटाले का आरोप

राज्य ब्यूरो, देहरादून: भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा में हुई कई नियुक्तियों पर सवाल उठाते हुए विधा

By Edited By: Published: Tue, 19 Jul 2016 01:01 AM (IST)Updated: Tue, 19 Jul 2016 01:01 AM (IST)
विधानसभा में भर्ती घोटाले का आरोप

राज्य ब्यूरो, देहरादून: भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा में हुई कई नियुक्तियों पर सवाल उठाते हुए विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल पर हमला बोला। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने स्पीकर कुंजवाल पर नियम विरुद्ध अपने कई चहेतों को विधानसभा सचिवालय में नियुक्त कराने का आरोप लगाया। उन्होंने इसे बड़ा भर्ती घोटाला बताते हुए राज्यपाल से पूरे प्रकरण की जांच कराने व स्पीकर के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण कानून के तहत मुकदमा दर्ज कराने की मांग भी उठाई। उधर, स्पीकर कुंजवाल ने भाजपा के इन आरोपों को निराधार व राजनीतिक द्वेष से प्रेरित बताया।

loksabha election banner

भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल विधानसभा सचिवालय को निजी प्रतिष्ठान की तरह संचालित कर रहे हैं। उन्होंने विधानसभा सचिवालय में नियम कायदों को ताक पर रखते हुए सैकड़ों नियुक्तियां कर दीं। साथ ही, अपने चहेतों व करीबियों को नियम विरुद्ध प्रतिनियुक्ति व प्रमोशन दे दिए। सचिवालय में वरिष्ठ निजी सचिव पद पर तैनात एक अधिकारी को विधानसभा में संयुक्त सचिव बना दिया गया।

तत्कालीन प्रमुख सचिव ने फाइल में सख्त टिप्पणी करते हुए इस प्रतिनियुक्ति को शासनादेश के मौलिक सिद्धंातों के विपरीत बताया था, मगर स्पीकर ने इसके बावजूद प्रतिनियुक्ति की अनुज्ञा के निर्देश दे दिए। उपनल के जरिए भी कई नियुक्तियां कर दी। भाजपा प्रवक्ता चौहान ने कहा कि यह घोटाला स्पीकर व मुख्यमंत्री ने मिलकर किया है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल से इस मामले में भ्रष्टाचार निरोधक कानून के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कराने व पूरे प्रकरण की जांच कराने की मांग की।

उधर, विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने इन आरोपों को निराधार व राजनीतिक द्वेष भावना से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के समय से सचिवालय में कार्यरत एक अधिकारी को नियमों के तहत ही प्रतिनियुक्ति दी गई। उपनल के जरिए हुई अस्थायी नियुक्तियां भी नियमावली के तहत ही की गई हैं। रिक्त पदों पर नियुक्तियां करना कोई अपराध नहीं है और न ही मेरे किसी रिश्तेदार को नियुक्ति मिली है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.