राज्य ब्यूरो, देहरादून: भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा में हुई कई नियुक्तियों पर सवाल उठाते हुए विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल पर हमला बोला। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने स्पीकर कुंजवाल पर नियम विरुद्ध अपने कई चहेतों को विधानसभा सचिवालय में नियुक्त कराने का आरोप लगाया। उन्होंने इसे बड़ा भर्ती घोटाला बताते हुए राज्यपाल से पूरे प्रकरण की जांच कराने व स्पीकर के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण कानून के तहत मुकदमा दर्ज कराने की मांग भी उठाई। उधर, स्पीकर कुंजवाल ने भाजपा के इन आरोपों को निराधार व राजनीतिक द्वेष से प्रेरित बताया।
भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल विधानसभा सचिवालय को निजी प्रतिष्ठान की तरह संचालित कर रहे हैं। उन्होंने विधानसभा सचिवालय में नियम कायदों को ताक पर रखते हुए सैकड़ों नियुक्तियां कर दीं। साथ ही, अपने चहेतों व करीबियों को नियम विरुद्ध प्रतिनियुक्ति व प्रमोशन दे दिए। सचिवालय में वरिष्ठ निजी सचिव पद पर तैनात एक अधिकारी को विधानसभा में संयुक्त सचिव बना दिया गया।
तत्कालीन प्रमुख सचिव ने फाइल में सख्त टिप्पणी करते हुए इस प्रतिनियुक्ति को शासनादेश के मौलिक सिद्धंातों के विपरीत बताया था, मगर स्पीकर ने इसके बावजूद प्रतिनियुक्ति की अनुज्ञा के निर्देश दे दिए। उपनल के जरिए भी कई नियुक्तियां कर दी। भाजपा प्रवक्ता चौहान ने कहा कि यह घोटाला स्पीकर व मुख्यमंत्री ने मिलकर किया है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल से इस मामले में भ्रष्टाचार निरोधक कानून के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कराने व पूरे प्रकरण की जांच कराने की मांग की।
उधर, विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने इन आरोपों को निराधार व राजनीतिक द्वेष भावना से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के समय से सचिवालय में कार्यरत एक अधिकारी को नियमों के तहत ही प्रतिनियुक्ति दी गई। उपनल के जरिए हुई अस्थायी नियुक्तियां भी नियमावली के तहत ही की गई हैं। रिक्त पदों पर नियुक्तियां करना कोई अपराध नहीं है और न ही मेरे किसी रिश्तेदार को नियुक्ति मिली है।