लाल सिंधी गाय ने बढ़ाई आय
बलवीर भंडारी, कालसी जौनसार-बावर के प्रवेश द्वार कालसी स्थित पशु प्रजनन केंद्र-डेयरी फार्म की प्रसि ...और पढ़ें

बलवीर भंडारी, कालसी
जौनसार-बावर के प्रवेश द्वार कालसी स्थित पशु प्रजनन केंद्र-डेयरी फार्म की प्रसिद्ध लाल ¨सधी गाय पूरे देशवासियों को दूध पिलाएगी। देश के एकमात्र लाल ¨सधी गाय प्रजनन केंद्र से भ्रूण का आयात करने के लिए अन्य प्रांतों में होड़ लगी है। हिमाचल ने सौ भ्रूण की मांग की, जबकि केरल, कर्नाटक, सीमांध्र, राजस्थान, पंजाब से भी भ्रूण की मांग की गई है। डेयरी फार्म के परियोजना निदेशक डॉ. प्रेम कुमार ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि हिमाचल के लिए सौ भ्रूण तैयार किए जा रहे हैं, एक भ्रूण की कीमत 11 हजार रुपये है। प्रजनन केंद्र राज्य सरकार को राजस्व दे रहा है। इसके साथ ही कालसी डेयरी फार्म भ्रूण निर्यात करने वाला देश का पहला डेयरी फार्म बन गया है।
2008 में बनी भ्रूण जैव प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला अब देश के अन्य प्रांतों को भी लाल ¨सधी गाय का दूध पिलाने का माध्यम बन रही है। लाल ¨सधी नस्ल की गाय के उत्पादन के लिए देशभर में विख्यात इस प्रजनन केंद्र से गाय के भ्रूण का निर्यात किया जाने लगा है। इसके तहत हिमाचल सरकार ने सौ भ्रूणों की मांग की है। इसमें से 28 भ्रूण निर्यात किए जा चुके हैं। देश में गाय के भ्रूण निर्यात का एकमात्र प्रजनन केंद्र होने के साथ ही कालसी स्थित डेयरी फार्म लाल ¨सधी गाय के उत्पादन के लिए विख्यात है। फार्म की प्रयोगशाला में भ्रूण प्रत्यारोपण तकनीक से अब तक 125 भ्रूण पैदा किए जा चुके हैं। डेयरी फार्म के निदेशक डॉ. प्रेम कुमार ने बताया कि कालसी की जलवायु भ्रूण की सुरक्षा के लिए उचित है, जिसके चलते यहां उत्पादित भ्रूण खराब नहीं होते। इनकी मांग देशभर में बढ़ रही है। हिमाचल के साथ ही देश केरल, कर्नाटक, सीमांध्र, राजस्थान, पंजाब सहित देश के कई प्रांतों से भ्रूण की मांग की गई है। लाल ¨सधी गाय के भ्रूण उत्पादन के साथ ही डेयरी फार्म से प्रतिदिन 600 लीटर दूध, 3000 लीटर गो अर्क का प्रतिमाह उत्पादन किया जाता है। बहरहाल, डेयरी फार्म से उत्पादित भ्रूण की मांग होने से आमदनी बढ़ने से ही क्षेत्र के विकास की उम्मीद भी जगी है।
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दुर्लभ लाल ¨सधी गाय की वंश वृद्धि की जगी उम्मीद
लाल ¨सधी प्रजाति की गाय उन्नत प्रजाति की मानी जाती है, लेकिन संरक्षण के अभाव में इनकी संख्या सीमित रह गई है। इस गाय के संरक्षण के लिए कालसी स्थित डेयरी फार्म में बड़े पैमाने पर कार्य किया जा रहा है, जिसके तहत यहां तीन सौ लाल ¨सधी गाय पाली जा रही हैं। अन्य गायों के मुकाबले इसका दूध अधिक पोषक होता है।

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