बदलते मौसम में बढ़ने लगे मरीज
मौसम में बदलाव के बाद अब अस्पतालों में मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ने लगी है।

जागरण संवाददाता, चम्पावत : मौसम में बदलाव के बाद अब अस्पतालों में मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ने लगी है। इसके चलते सरकारी अस्पताल में ओपीडी सामान्य से कई गुना बढ़ गई है। सोमवार को जिला अस्पताल में 200 से अधिक मरीजों ने उपचार कराया। सबसे ज्यादा भीड़ फिजिशियन के पास देखने को मिली।
अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि उपचार के लिए सभी प्रकार के मरीज आ रहे हैं। डेंगू व मलेरिया के कई संभावित केस आ चुके हैं। जिनकी जांच करवाई जा रही है। उन्होंने लोगों से मलेरिया व डेंगू की रोकथाम चिकित्सकों ने बचाव की सलाह दी है। जिला अस्पताल फिजिशियन डा. अजय कुमार व लोहाघाट के सीएमएस डा. जुनैद कमर ने बताया कि लोग बारिश के पानी को कतई आसपास एकत्रित न होने दें व खान-पान का विशेष ध्यान रखें। छोटे-छोटे प्रयास से डेंगू व चिकनगुनिया, मलेरिया से मुक्ति संभव है। सप्ताह में एक दिन सूख दिवस मनाना चाहिए। जिसमें बर्तनों, टंकी, फ्रिज, गमलों आदि को सुखाना चाहिए ताकि बीमारी न फैले। डेंगू फैलाने वाला मच्छर इन्हीं स्थानों पर जमा पानी में पनपता है। पानी से भरे हुए बर्तन व छतों पर रखी पानी की टंकियों को ढक्कन लगाकर बंद रखना चाहिए। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करना चाहिए।
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डेंगू के लक्षण
बुखार आना, सिरदर्द, मासपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होना, आखों के पीछे दर्द होना आदि डेंगू के लक्षण हैं। इसी प्रकार चिकनगुनिया में भी बुखार के साथ जोड़ों में दर्द व शरीर पर सूजन आ जाती है। मलेरिया की तरह कंपकपी व ठंड के साथ अचानक बुखार बढ़ना सिरदर्द आदि लक्षण हैं।
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चिकनगुनिया, डेंगू,मलेरिया आदि के लक्षण होने पर शीघ्र नजदीकी चिकित्सा केंद्र में जाकर चिकित्सकों के परामर्श अनुसार खून की जाच करानी चाहिए। डेंगू व चिकनगुनिया फैलाने वाला मच्छर ठहरे पानी में पनपता है। किसी भी मच्छर का लार्वा सात दिन तक रहता है। बिना चिकित्सकों के सलाह कोई दवा न लें।
- डा. जुनैद कमर, प्रभारी सीएमएस लोहाघाट

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