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    Purnagiri Bus Accident: दर्दनाक हादसे में पांच मौत, जयकारों की जगह निकली चीख; अपनों से लिपटे पुकारते रहे स्वजन

    By vinay sharmaEdited By: Nirmala Bohra
    Updated: Fri, 24 Mar 2023 10:16 AM (IST)

    Purnagiri Bus Accident पूर्णागिरि मार्ग पर गुरुवार को हुए हादसे से हर कोई दहल गया। कुछ ऐसा हुआ जिससे ठुलीगाड़ के पास पूरा मंजर बदल गया। जहां जय माता ...और पढ़ें

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    Purnagiri Bus Accident: पूर्णागिरि मार्ग पर गुरुवार को हुए हादसे से हर कोई दहल गया।

    जागरण संवाददाता, चंपावत : Purnagiri Bus Accident: पूर्णागिरि मार्ग पर गुरुवार को हुए हादसे से हर कोई दहल गया। तड़के साढ़े पांच से छह बजे के बीच श्रद्धालुओं का कोई दल माता के दर्शनों को आगे बढ़ रहा था तो कोई पूर्णागिरि माता के दर्शनों के बाद उत्साह के साथ लौट रहे थे।

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    आने-जाने वाले श्रद्धालु जयकारे लगा रहे थे। मुख्य मंदिर से ठुलीगाड़ तक 10 किमी पैदल सफर करने के बाद बहराइच व बदायूं के श्रद्धालुओं का जत्था ठुलीगाड़ पहुंचा था। चेहरे पर चमक। सिर पर माता रानी की चुनरी बंधी थी। सड़क किनारे खड़े होकर श्रद्धालु टनकपुर लौटने के लिए बस, टैक्सी का इंतजार कर रहे थे।

    अचानक मच गई चीख-पुकार

    सभी आगे बढ़ने की जल्दी में थे। माता के दर्शनों के लिए अधिकांश लोग परिवार के साथ आए थे। तभी ऐसा हुआ जिससे ठुलीगाड़ के पास पूरा मंजर बदल गया। जहां जय माता दी.., पूर्णागिरि मैया की जय.. गूंज रही थी। वहां अचानक चीख-पुकार मच गई।

    लोग कुछ समझ पाते तब तक अचानक आगे बढ़ी बस ने श्रद्धालुओं को कुचल दिया। केवल 10 से 15 सेकेंड में मंजर बदल गया। भगदड़ की स्थिति हो गई। जमीन खून से सन गई। घायल बेसुध पड़े हैं। हर किसी की चीख पुकार मच गई। हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई और आठ लोग घायल हो गए।

    अपनों से लिपटकर मदद के लिए पुकारने लगे लोग

    हादसे में जान गंवाने व चोटिल हुए श्रद्धालुओं के साथ आए लोग स्वजन व परिचितों को सहलाने, संभालने लगे। अपनों से लिपटकर मदद के लिए पुकारने लगे। जिसने की चीख-पुकार सुनी, उस तरफ दौड़ पड़ा। एसओ दिलबर सिंह भंडारी भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।

    पुलिस कर्मियों व श्रद्धालुओं ने घायलों को टैक्सी में रखा। कुछ देर बाद भैरव मंदिर के पास तैनात 108 एंबुलेंस भी पहुंच गई। एलुबेंस व तीन टैक्सियों की मदद से घायलों को टनकपुर उप जिला अस्पताल पहुंचाया गया।

    किसी को भी अपनों को खोने का विश्वास नहीं हो रहा है। अवनीश ने बताया कि वह पूर्णागिरि दर्शन के बाद नेपाल के ब्रह्मदेव मंदिर जाने की तैयारी में थे। हादसे में खुशियां, परिवार सभी कुछ बिखर गया।

    बच्चों के सिर से मां का साया उठा, महा राम से बिछड़ी जीवन संगिनी

    पूर्णागिरि मार्ग पर ठुलीगाड़ में हुए हादसे ने महा राम को जिंदगीभर सालने वाला दुख दे दिया। बदायूं के ग्राम पिंडोला थाना बिल्ली निवासी महा राम ने हादसे में पत्नी अमरवती व साली नेत्रवती को खो दिया। तीन साल की बेटी प्रियांशी हादसे में घायल हो गई। महा राम खुद भी चोटिल हुए हैं।

    महा राम ने बताया कि वह ठुलीगाड़ में नेपाल के ब्रह्मदेव जाने के लिए वाहन का इंतजार कर रहे थे। पलक झपकते ही बस ने रौंद दिया।महा राम ने कुछ साल पहले दूसरी शादी की थी। पहली पत्नी की डिलीवरी के समय मौत हो गई थी। पहली पत्नी से तीन बेटे हैं। बच्चे छोटे थे। उनकी परवरिश में किसी तरह की कमी न रहे, इसके लिए महा राम ने दूसरी शादी की थी। दूसरी पत्नी से तीन साल की बेटी है।

    परिवार की सुख-समृद्धि की कामना के लिए महा राम पत्नी, बेटी व साली के साथ पूर्णागिरि दर्शनों के लिए आए थे। होनी कुछ ऐसी थी कि हादसे ने महा राम से दूसरी पत्नी थी छीन ली। इससे बच्चों के सिर से एक बार फिर मां का साया उठ गया और महा राम से जीवन संगिनी का साथ।

    इतना होने के बाद भी किसी तरह हिम्मत कर फोन पर स्वजनों से बात कर रहा है। बदायूं अपने स्वजनों को बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव लेकर साथ घर आऊंगा। अस्पताल प्रशासन से भी जिद करने लगा कि शवों के साथ ही घर वापसी करूंगा।