लोहावती की सहायक नदियों में कूड़ा
लोहावती नदी की सहायक नदियां गंदगी ढो रही हैं।
संवाद सहयोगी, चम्पावत : लोहावती नदी की सहायक नदियां गंदगी ढो रही हैं। पाटन के ठुलखोली से बहने वाले गधेरे में आस-पास के लोग घरों की गंदगी डाल रहे हैं। जबकि पाटन और राईकोट से आने वाली पटनगाड़ में सीवर बहाया जा रहा है, जो लोहावती नदी में मिल रहा है। यह दूषित पानी लोहाघाट नगर के लिए बनी लिफ्ट योजना के मार्फत हजारों घरों तक पहुंच रहा है। इससे हजारों लोगों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच रहा है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
प्रेमनगर और छमनियां के बीचों बीच बहने वाला ठुलखोली गधेरे में मकानों के निर्माण से निकलने वाली मिट्टी डालने से उसका अस्तित्व समाप्ति की ओर है। प्रेमनगर के नीचे राजकीय पॉलीटेक्निक को जोड़ने वाले पैदल मार्ग पर बने पुल के पास गधेरे में कूड़े का ढेर जमा होने से पानी दूषित हो गया है। इस गधेरे का पानी कुछ आगे जाकर सुई लिफ्ट योजना से मिलता है। उसके आगे फोर्ती पुल के पास यही दूषित पानी लोहावती नदी में मिल रहा है। बाड़ीगाड़ से आने वाले गधेरे का पानी भी पाटन से आने वाली पटनगाड़ में मिलकर दूषित हो रहा है। पटनगाड़ में आस-पास के लोग सीवर बहा रहे हैं। गर्मी का सीजन लगभग शुरू होने को है। ऐसे में दूषित जल के सेवन से ग्रामीण क्षेत्र सुई और नगरीय क्षेत्र लोहाघाट की दस हजार से अधिक की आबादी के सामने स्वास्थ्य का संकट पैदा हो सकता है।
---
नगर क्षेत्र में कार्रवाई, ग्रामीण क्षेत्र की सुध नहीं
प्रशासन ने लोहाघाट नदी में कूड़ा फेंकने वाले 78 लोगों को चिह्नित कर उनके चालान काटे हैं। कई लोगों को नोटिस भी भेजे हैं। जबकि नगर से सटे प्रेमनगर क्षेत्र में नदियों को गंदा करने वालें लोगों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
---
अब तक गठित नहीं हुई सर्वे टीम एसडीएम लोहाघाट आरसी गौतम ने लोहावती नदी के ट्रीटमेंट के लिए राजस्व, लोनिवि, सिंचाई एवं वन विभाग की संयुक्त टीम बना नदी को दूषित करने वाले कारकों की जांच को सर्वे कराने की बात कही थी। अभी तक इस दिशा में कोई काम नहीं हो पाया है।
---
सुई लिफ्ट योजना से इन क्षेत्रों में पहुंचता है पानी
गांव का नाम आबादी
पऊ 1060
चनकांडे 332
सातखालल 187
छमनियां 57
चमनपुर 88
खैसकांडे 800 बाराकोट विकास खंड
कालाकोट 365 लोहावती लिफ्ट योजना से इन वार्डो में पहुंचता है पानी
वार्ड आबादी
लोहावती 1372
बजरंगबली 1169
सार्कीटोला 1400 ऋषेश्वर 1198 कचहरी 1210
मीनाबाजार 1045
ठाड़ाढुंगा 1164
---
वर्जन -
नदियों के आस-पास अतिक्रमण और गंदगी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। लोगों का भी दायित्व है कि वे अपने हितों के लिए दूसरों की जिंदगी से खिलवाड़ न करें। नदियों को दूषित करने वाले चिह्नित कर उनकी जिम्मेदारी तय की जाएगी।
-एसएन पांडे, जिलाधिकारी चम्पावत