वन कर्मियों ने सड़कों व रास्तों में की कंट्रोल बर्निग
जंगलों में लग रही आग को देखते हुए बाराकोट के काली कुमाऊं रेंज के वन कर्मियों ने सोमवार को सड़क किनारे कंट्राल बर्निग के तहत नियंत्रित फुकान किया। ...और पढ़ें

संस, लोहाघाट : लगातार वनों में लग रही आग को देखते हुए बाराकोट के काली कुमाऊं रेंजर के वन कर्मियों ने सोमवार को सड़क व वनीकरण क्षेत्रों में कंट्रोल बर्निंग के तहत नियंत्रित फुकान किया। वन रेंजर हेम चंद्र गहतोड़ी के दिशा निर्देशन में वन बीट अधिकारी गिरीश जोशी के नेतृत्व में पहुंची वन कर्मियों की टीम ने बाराकोट, तड़ाग और कालाकोट में बने वनीकरण क्षेत्र के चारों ओर पिरूल एकत्रित कर जलाया। वन बीट अधिकारी ने कहा कि कड़ाके की ठंड के बावजूद भी जंगलो में आग लगने का सिलसिला लगातार जारी है। इसका एक बड़ा कारण पिछले कई महीनों से बारिश का ना होना है। जिस कारण चीड़ जंगलो में पिरूल सड़ा नही जिससे वनों में हल्की सी आग लग रही है तो वनाग्नि भयानक रूप ले रही है। जंगलों में नमी न के बराबर है। ऐसे में विभाग द्वारा वनीकरण को बचाने के लिए कंट्रोल बर्निंग का कार्य शुरू कर दिया है। पहले चरण में वनीकरण क्षेत्रों में और दूसरे चरण में वनों में बने रास्तों में कंट्रोल बर्निंग का कार्य किया जाएगा। में आनंद राम, किशन सिह, केशव पाडे आदि शामिल रहे।
उधर बेरीनाग भ्रमण कार्यक्रम के दौरान जिपं अध्यक्ष ने जगथली पहुंचकर कालीताल का निरीक्षण किया। कालीताल की सुंदरता से प्रभावित होकर उन्होंने कहा कि यह स्थल पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है। इसका सौंदर्यीकरण होने से यह जिले के मशहूर पर्यटन स्थलों में शामिल हो सकता है। इससे पूर्व दीपिका ने जगथली पंचायत घर में क्षेत्र के ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में खेल मैदान के अभाव को देखते हुए यहां खेल मैदान निर्माण के लिए ढाई लाख रु पये देने की घोषणा की। क्षेत्र के ग्रामीणों ने जिपं अध्यक्ष का आभार प्रकट किया। इस मौके पर क्षेत्र पंचायत सदस्य निर्मला चुफाल, जिपं सदस्य पिंकी कार्की, प्रधान जगथली मीनाक्षी देवी, प्रधान कांडे प्रेमा देवी, पूर्व जिपं अध्यक्ष वीरेंद्र बोहरा, मंटू वल्दिया आदि मौजूद रहे। इससे पूर्व क्षेत्र की जनता ने ढोल नगाड़ों के साथ जिपं अध्यक्ष का जोरदार स्वागत किया।

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