रिश्वत लेते विजिलेंस टीम के हत्थे चढ़े वन विभाग के दो फारेस्ट गार्ड, डीएफओ ने किया सस्पेंड
वन विभाग ने रिश्वत लेते हुए पकड़े गए दो फारेस्ट गार्डों को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ विभाग की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। निलंबित गार्डों को जांच में सहयोग करने का आदेश दिया गया है। विभाग भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन के लिए संकल्पित है और यह निलंबन एक कड़ा संदेश है कि भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

प्रभागीय वनाधिकारी आशुतोष सिंह ने दिए आदेश, विभागीय जांच शुरू। प्रतीकात्मक
जागरण संवाददाता, चंपावत । रिश्वत लेते विजिलेंस टीम के हत्थे चढ़े वन विभाग के दो फारेस्ट गार्ड को डीएफओ ने निलंबित कर दिया है। दोनों को शनिवार को एक व्यक्ति से 20 हजार की रिश्वत लेते रंगों हाथों पकड़ा गया था। चंपावत वन प्रभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी संभाल रहे पिथौरागढ़ के प्रभागीय वनाधिकारी आशुतोष सिंह ने सतर्कता विभाग की कार्रवाई के बाद दोनों कर्मियों को रविवार को निलंबित कर दिया।
वन विभाग की चौकी पर दूसरे कर्मचारी भेजे जा रहे हैं। सतर्कता अधिष्ठान हल्द्वानी सेक्टर की टीम ने शनिवार को चंपावत से करीब तीन किलोमीटर दूर तल्लादेश को जाने वाले मार्ग पर स्थित वन विभाग की चौकी पर दस्तक देकर फारेस्ट गार्ड दीपक जोशी और भुवन चंद्र भट्ट को रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा था। दोनों ने चीड़ लकड़ी से लदी गाड़ी पकड़ी थी, मामले को रफा दफा करने के लिए दोनों रिश्वत ले रहे थे।
मामला निपटाने के लिए दोनों ने 40 हजार रुपये की मांग की थी, लेकिन बाद में दोनों 20 हजार की रिश्वत में मान गए। रिश्वत की धनराशि देने से पूर्व शिकायतकर्ता ने विजिलेंस टीम को सूचित कर दिया। सूचना पर सतर्कता अधिष्ठान हल्द्वानी सेक्टर की टीम यहां पहुंची और उसने दोनों वन कर्मियों को रिश्वत की राशि के साथ गिरफ्तार कर लिया।
दोनों फारेस्ट गार्ड को निलंबित कर दिया गया है। दोनों के विरूद्ध विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
आशुतोष सिंह, प्रभारी डीएफओ

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।