चम्पावत जिले के आदित्य और ओसिन भी यूक्रेन से लौटे अपने घर
यूक्रेन और रूस के युद्ध में फंसे जनपद के छह छात्रों में दो छात्र बुधवार को अपने घर पहुंच गए।

संवाद सहयोगी, लोहाघाट/बनबसा : यूक्रेन और रूस के युद्ध में फंसे जनपद के छह छात्रों में दो छात्र बुधवार को अपने घर पहुंच गए। दिल्ली पहुंचने पर छात्रों ने स्वजनों ने उनका एयरपोर्ट पर तिलक लगाकर स्वागत किया। जबकि एक छात्रा शिवानी जोशी तीन दिन पूर्व ही अपने घर पहुंच गई थी। अभी भी बनबसा के दो व चम्पावत का एक छात्र यूक्रेन में फंसा है। परिजन उनकी सकुशल वापसी के लिए भगवान से लगातार प्रार्थना कर रहे हैं।
आदित्य के पिता नारायण दत्त ने बताया मंगलवार की आदित्य रात्रि में 11.30 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंच गया था। वह यूक्रेन से रोमानिया होते हुए भारत पहुंचे। पिता ने बताया आदित्य एयरपोर्ट से दिल्ली स्थित ताऊ के घर पहुंचे जहा ताऊ शेखरानंद जोशी एवं ताई मीना जोशी ने तिलक लगाकर उनका स्वागत किया गया। ओसीन के पिता हरीश अधिकारी ने बताया कि वह बुधवार सुबह 10बजे दिल्ली पहुंच गई थी। ओसिन की माता कुसुम एयरपोर्ट पहुंचकर बेटी का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि वह गाजियाबाद अपनी बुआ पुष्पा धोनी के यहा रुके हुए हैं। होली में घर आएंगे। आदित्य और ओसिन ने बताया वतन पहुंच गए लेकिन सफर जोखिम भरा रहा। उन्होंने बताया पांच दिन पहले यूक्रेन एयर सर्विस से 28 फरवरी का भारत का टिकट बुक कराया था लेकिन युद्ध तेज होने से सभी एयर सर्विस रद हो गई वह पहले बस फिर 15 किमी पैदल चलकर रोमानिया पहुंचे। रोमानिया एयरपोर्ट में रहने के लिए टेंट और खाने की व्यवस्था की हुई थी। वतन लौटने पर अभिभावकों ने खुशी जताई है। बेटी के वतन वापसी पर उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार का आभार जताया। बनबसा के सोनाली गुप्ता, दिपांशु व चम्पावत के आदित्य पांडेय अभी भी यूक्रेन में हैं। परिजन सरकार से सकुशल वापसी की गुहार लगा रहे हैं।
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