Uttarakhand: जंगल घास लेने गई महिला हो गई थी लापता, एक दिन बाद जिस हाल में मिली खौफ से भर गई रेस्क्यू टीम
उत्तराखंड के पोखरी में एक महिला जंगल में घास लेने गई और लापता हो गई। खोजबीन के दौरान खून के धब्बे मिलने से जंगली जानवर के हमले की आशंका जताई गई। रेस्क्यू टीम और ग्रामीणों ने मिलकर महिला की तलाश की। अगले दिन, महिला जंगल में जीवित मिली, जिससे सभी ने राहत की सांस ली। वन विभाग ने लोगों से जंगल में अकेले न जाने की अपील की है।

पोखरी जंगल से लापता महिला दूसरे दिन जंगल में ही जीवित मिल गयी है। जागरण
संवाद सूत्र, जागरण, पोखरी। सुबह जंगल में घास लेने गई महिला सांय तक घर नहीं लौटी तो पुलिस व स्वजनों ग्रामीणों ने जंगल को छान माना। इस दौरान महिला की दरांती , रस्सी एक स्थान पर मिली है उस स्थान पर खून के धब्बे व कुछ दूरी पर महिला के कपडे़ का टुकड़ा भी मिला है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि महिला को गुलदार या भालू ने शिकार तो नहीं बनाया। हालांकि रात्रि होने के बाद रेस्क्यू टीम वापस लौट आई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए रेस्क्यू के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया कौर की टीम बुलाई गई है।
वहीं पोखरी जंगल से लापता महिला दूसरे दिन जंगल में ही जीवित मिल गयी है। कयास लगाये जा रहे थे कि जंगली जानवर भालू या गुलदार ने हमला किया होगा। ग्रामीण गुरुवार सुबह ही उसकी ढूंढ खोज के लिए निकले तो महिला की जंगल के बीच एक चट्टान से चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। ग्रामीणों ने उसे देख लिया। वन विभाग, पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके लिए रवाना हो गयी है।
पोखरी विकासखंड के पाव गांव की रामेश्वरी देवी सुबह गांव के पास ही जंगल में मवेशियों के लिए चारापत्ती लेने अकेले गई थी बताया गया कि गांव से एक किमी की दूरी पर गजे डुंग्रा तोक में बांज का घना जंगल है। लेकिन दोपहर तक चारापत्ती लेकर घर नहीं लौटी तो स्व्जनों के साथ गांव के लोग चिंतित हो गए जिसके बाद ग्रामीणों के साथ पुलिस,वन विभाग की टीम ने जंगल में खोजबीन की । इस दौरान घास लाने के लिए ले गई रस्सी मिलने के साथ आस पास खून के धब्बे व सिर पर रखने वाला दुपट्टा भी बरामद हुआ है। 50 वर्षीय रामेश्वरी देवी के पति अनिल कुमार व्यापारी हैं। ग्रामीणों को अंदेशा है कि रामेश्वरी देवी को जंगल में गुलदार व भालू ने हमला कर घसीटते हुए ले गया हो ।
सूचना के बाद पोखरी थानाध्यक्ष देवेन्द्र पंत का कहना है कि ग्रामीणों ,स्वजनों ,वन विभाग की टीम के साथ घटना स्थल पर सर्च अभियान चलाया गया है। फिलहाल लापता महिला का कोई सुराग नहीं लग पाया है। थानाध्यक्ष देंवेंद्र पंत ने बताया कि अंधेरा होने के चलते सभी लोग जंगल से वापस लौट गए हैं। कहा कि प्रथम दृष्टय महिला को जंगली जानवर भालू या गुलदार के द्वारा ही हमला किए जाने अंदाजा लगाया जा रहा है। बताया कि सर्च अभियान के लिए एसडीआरएफ की टीम भी बुला दी गई है। सुबह फिर सर्च अभियान चलाया जाएगा।
भालू की सक्रियता भी है क्षेत्र में
पाव गांव में कुछ समय पहले सड़क पर खड़े दुपहिया व चौपहिया वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया गया था। इस दौरान पहले पुलिस असामाजिक तत्वों पर शक करती रही लेकिन बाद में पता चला कि यह काम भालुओं का था। गांव से कुछ दूर पर ही जंगल है बताया कि भालू की सक्रियता इस क्षेत्र में लगभग दो माह से देखी गई है। लोग भालुओं के क्षेत्र में विचरण करने से खासे दहशत में हैं। तथा सामुहिक रुप से काश्तकारी या फिर मवेशियों के लिए चारापत्ती लेने के लिए जा रहे हैं।
पोखरी के पाव क्षेत्र में घास काटने गई महिला की लापता होने की सूचना पर वन विभाग का गश्ती दल क्षेत्र में भेजा गया है। पूर्व में इस क्षेत्र में भालू की सक्रियता भी थी। जनता से अपील की जाती है कि जंगलों में अकेले जाने से परहेज करें तथा समूह में काश्तकारी के लिए जाते समय विशेष सर्तकता बरती जाए। - सर्वेश कुमार दूबे, प्रभागीय वनाधिकारी केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग

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