उत्तराखंड में ट्रेकिंग के लिए पहुंची केरल की छात्रा रास्ता भटकी, स्थानीय युवक बने देवदूत; बची जान
उत्तराखंड के गोपेश्वर में केरल की एक छात्रा ट्रेकिंग करते समय रास्ता भटक गई। ऊंचाई और ठंड के कारण उसकी हालत बिगड़ गई। स्थानीय युवकों ने मदद की और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने छात्रा को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया, जहां उसे प्राथमिक उपचार दिया गया। पुलिस ने पर्यटकों से पहाड़ों में सावधानी बरतने की अपील की है।

बर्फीली ठंड व आक्सीजन की कमी के कारण हुई बेहोश. Concept Photo
संवाद सहयोगी, जागरण, गोपेश्वर। पहाड़ों में रोमांच की तलाश में केरल की एक छात्रा माणा गांव से वसुधारा जलप्रपात के ट्रेकिंग रूट पर निकली, लेकिन रास्ता भटक कर पहाड़ों में फंस गई। अधिक ऊंचाई पर बर्फीली ठंड व आक्सीजन की कमी के कारण उसके पैरों में ऐठन आ गई और वह वहीं बेहोश होकर गिर पड़ी। इसी बीच दो स्थानीय युवकों ने हिम्मत दिखाते हुए उसे बचाने में जुट गए और पुलिस को भी सूचना दी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और छात्रा को रेस्क्यू कर थाने लाई।
केरल के मलप्पुरम से पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रही छात्रा ग्रुप के साथ माणा गांव से वसुधारा जलप्रपात की ट्रेकिंग पर निकली थी। वह मुख्य मार्ग से हटकर पहाड़ों के रोमांच के चक्कर में भटक गई। इस दौरान अधिक ऊंचाई और बर्फीली ठंड के कारण वह आक्सीजन की कमी की चपेट में आ गई। बेहोशी और पैरों में ऐंठन के कारण छात्रा वहीं गिर पड़ी।
इस दौरान स्थानीय नमन चमोला और आशुतोष चमोला ने साहस और संवेदनशीलता दिखाई।
उन्होंने बिना समय गंवाए छात्रा को संभाला और बदरीनाथ पुलिस को सूचना देते हुए उसकी तब तक हिफाजत की जब तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। थाना बदरीनाथ पुलिस ने सूचना मिलते ही एक टीम मौके पर भेजी। पुलिस टीम ने छात्रा को सुरक्षित रेस्क्यू किया और उसे पुलिस स्टेशन लेकर आई। पुलिस स्टेशन में प्राथमिक सहायता, गर्म हीटर और पोषण युक्त भोजन देकर छात्रा को पूरी तरह से खतरे से बाहर निकाला। पुलिस ने अपील की कि उच्च हिमालय क्षेत्र में जोखिम भरी यात्रा के दौरान सावधानी बरतें।

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