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    गोपेश्‍वर: सात दिन से सड़क थी बंद, डीएम को कर रहे थे गुमराह; नोटिस दिया तो देहरादून से पहुंचा अधिकारी

    Updated: Sun, 05 Oct 2025 08:55 PM (IST)

    उत्‍तराखंड के चमोली में बिरही निजमुला मोटर मार्ग भूस्खलन के कारण सातवें दिन भी बंद रहा । ग्रामीणों के लिए पैदल मार्ग खुलने से राहत मिली है। जिलाधिकारी को विभाग द्वारा जेसीबी की गलत जानकारी देने पर देहरादून से अधिकारी पहुंचे और मलबा हटाने का काम शुरू किया। सड़क निर्माण में विभाग की लापरवाही से ग्रामीणों में रोष है ।

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    रविवार को पैदल मार्ग शुरू होने से ग्रामीणों को दो किमी चक्कर नहीं काटना पड़ेगा. Jagran

    संवाद सहयोगी, जागरण, गोपेश्वर। बिरही निजमुला मोटर मार्ग काली चट्टान के पास सातवें दिन भी बंद रहा। हालांकि रविवार को पैदल आवाजाही शुरू होने से ग्रामीणों को दो किमी पहाड़ी का चक्कर नहीं काटना पड़ रहा है। ऊर्जा निगम के प्रयासों से क्षेत्र में विद्युत सप्लाई सुचारू कर दी गई है।

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    सबसे दिलचस्प बात यह है कि मौके पर एक जेसीबी लगाकर विभाग जिलाधिकारी को दो जेसीबी लगे होने की गलत जानकारी देकर गुमराह कर रहा था। डीएम ने नोटिस जारी किया तो देहरादून से मौके पर अधिकारी पहुंचा और अब खुद अपनी देखरेख में मलबा साफ करवा रहे हैं।

    काली चट्टान में भारी भूस्खलन

    बिरही निजमुला मोटर मार्ग पर गाडी गांव के पास काली चट्टान में भारी भूस्खलन से बाधित है। पहाड़ी से बार बार भूस्खलन होने से मार्ग सुचारू करने में दिक्कतें हो रही हैं। हालांकि सड़क निर्माण का कार्य देख रही ब्रिडकुल विभाग के मौके पर संसाधन पर्याप्त नहीं थे।

    पहले तो निर्माण एजेंसी ने जिला प्रशासन को दो जेसीबी लगे होने की झूठी रिपोर्ट देकर गुमराह किया, लेकिन जब मौके की वस्तु स्थिति जिलाधिकारी डा. संदीप तिवारी को पता लगी तो उन्होंने ब्रिडकुल के प्रबंधक को आपदा एक्ट में कार्रवाई की चेतावनी देते हुए मौके पर जिम्मेदार अधिकारी तैनात करने को कहा।

    जिलाधिकारी के कड़े रुख के बाद मौके पर ब्रिडकुल विभाग के देहरादून से सहायक अभियंता केके अग्निहोत्री मौके पर पहुंच गए हैं। अब विभाग ने दो जेसीबी मशीनें मलबा हटाने में लगा दी हैं। रविवार शाम को पैदल आवाजाही सुचारू कर दी गई है। इससे पूर्व पैदल आने जाने के लिए यहां पर मार्ग नहीं था। ग्रामीण पहाड़ी से दो किमी की दूरी नापकर आवाजाही कर रहे थे। इस क्षेत्र की 20 गांवों की 15 हजार से अधिक की जनसंख्या मोटर मार्ग बंद होने से प्रभावित है।

    क्षेत्र के सैंजी के पूर्व प्रधान सुंदर सिंह फर्स्वाण का कहना है कि विभाग की लापरवाही से इस सड़क पर करोड़ों खर्च होने के बाद भी स्थिति दयनीय है।