Chamoli News: शीतकाल के लिए बंद हुए लाटू देवता मंदिर के कपाट, सुबह से ग्रामीणों की लगी रही भीड़; लगे नंदा देवी के जयकारे
लाटू देवता के कपाट सोमवार कार्तिक पूर्णिमा पर अपराह्न वैदिक मंत्रोच्चार विधि-विधान लोकमान्यताओं के साथ शीतकालीन के लिए बंद किए गए हैं। इस मौके पर सैकड़ों भक्त आयोजित धार्मिक अनुष्ठान के साक्षी बने सुबह से ही मंदिर परिसर में ग्रामीणों ने मंदिर पहुंच माथा टेका और कपाट बंद पर नंदादेवी के जयकारे लगाए। मंदिर के पुजारी गर्भगृह में प्रविष्ट हुए और लाटू देवता की पूजा अर्चना कर कपाट बंद किए।

संवाद सूत्र, देवाल। Latu Devta Temple: पौराणिक परम्परा के अनुसार, मां राजराजेश्वरी नंदा के धर्म भाई देवाल वांण स्थित लाटू देवता के कपाट सोमवार कार्तिक पूर्णिमा पर अपराह्न वैदिक मंत्रोच्चार विधि-विधान लोकमान्यताओं के साथ शीतकालीन के लिए बंद किए गए हैं। इस मौके पर सैकड़ों भक्त आयोजित धार्मिक अनुष्ठान के साक्षी बनें। सुबह से ही मंदिर परिसर में ग्रामीणों ने मंदिर पहुंच माथा टेका और कपाट बंद पर नंदादेवी के जयकारे लगाए।
पौराणिक परम्परा के अनुसार, तय लग्न पर पंडित हरिदत्त कुनियाल, उमेश कुनियाल व रमेशचंद्र ने वेदपाठी मन्त्रोंच्चारण के साथ मंदिर परिसर में यज्ञ-हवन शुरू किया। मंदिर के पुजारी खीम सिंह मंदिर गर्भगृह में प्रविष्ट हुए और लाटू देवता की पूजा अर्चना कर कपाट बंद किए।
मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन के बाद देवी के जयकारों से माहौल भक्तिमय बना रहा। भक्तों ने लाटू के दर्शन व पूजा कर आशीर्वाद लिया छह माह बाद वैशाख पूर्णिमा पर मंदिर के कपाट खुलेंगे।
यज्ञ-हवन में तमाम लोगों ने दी आहूति
यज्ञ हवन में यजमान मंदिर समिति के अध्यक्ष कृष्ण बिष्ट, क्षेत्र पंचायत सदस्य रामेश्वरी, ग्राम प्रधान पुष्पा देवी, जिला पंचायत सदस्य कृष्ण सिंह बिष्ट, उपाध्यक्ष हीरा पहाड़ी, कोषाध्यक्ष हीरा बुग्याली, सचिव खिलाप सिंह, पुजारी प्रताप सिंह, राजेन्द्र दानू, गब्बर सिंह, युमद देवेन्द्र सिंह, महिला मंगल दल की नदी देवी, उप प्रधान धनुली देवी, सरपंच महिपाल सिंह, महावीर बिष्ट, सहित तमाम लोगों ने आहुति दी। इस अवसर पर गांव में एक दिवसीय मेले का आयोजन भी हुआ।
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