Uttarakhand: चमोली में कुदरत का कहर, कर्णप्रयाग-धारडुंग्री-मैखुरा मोटर मार्ग में भूधंसाव; 20 मीटर सड़क वाश-आउट
चमोली जनपद में भूस्खलन के कारण कमेड़ा में एनएच का कार्य प्रभावित हुआ है जिससे मार्ग जोखिम भरा हो गया है। कर्णप्रयाग-धारडुंग्री स्टेट हाईवे का एक हिस्सा बह गया है। गौचर में जल निकासी न होने से घरों में पानी घुस गया है जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त है। थराली-देवाल-नंदकेशरी मोटर मार्ग पर मलबा आने से एक कार फंस गई।
संवाद सहयोगी, जागरण कर्णाप्रयाग। चमोली जनपद की प्रवेश सीमा कमेडा में बीते दो साल से एनएच द्वारा भूधसाव राेकने के लिए हुआ काम भूधसाव की चपेट में आने से क्षेत्र में एक बार फिर से पहाड़ी से रूक-रूक कर मलबा गिरने से आवाजाही जोखिमभरी बन गई है। क्षेत्र में लाखों रूपए की लागत से वायर ब्रेकर, पहाडी को काट कर चौड़ाई बढ़ाई गई थी और गदेरे में सीमेंट के पाइप भी डाले गए थे।
शनिवार रात मूसला बारिश के चलते कमेडा भूस्खलित जॉन फिर से सक्रिय होने से एनएच के सामने भूधसाव रोकने की चुनौमी मुहंबाएं खडी है। कमेडा के ग्रामीणों ने बताया पहाडी की शीर्ष पर दरारें ट्रीटमेंट कार्य से पहले बनी है ओर यदि भूधसाव का दायरा बढ़ता है तो राजमार्ग पर आवागमन बरसात में एनएन की कडी परीक्षा लेगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग के कमेड़ा में लगातार ऊपर पहाड़ी से गिर रहे पत्थरो के चलते गौचर पुलिस द्वारा वाहनों को सुरक्षा की दृष्टि से फिलहाल गौचर के विशाल मैदान में रोका गया है। चौकी प्रभारी मानवेन्द्र गुसाईं ने बताया कि एक - एक करके वाहनों को कमेड़ा के भूस्खतित क्षेत्र से निकाला जा रहा है।
इसी तरह कर्णप्रयाग-धारडुंग्री-मैखुरा-सोनला स्टेट हाईवे किमी 36 में बीस मीटर हिस्सा वाशआउट होने से लोनिवि के सामने आवागमन सुचारू करने की चुनौती बनी है। स्टेट हाईवे में शामिल कर्णप्रयाग-धारडुंग्री मोटर मार्ग बीते लंबे समय से बदहाल बना है और बीते साल जयंकडी के समीप भी इस मोटर मार्ग पर भूधसाव होने से वाहनों का संचालन थम गया था। रविवार को कांचुला-गैन, डिम्मर-सुमल्टा, आदिबदरी-नौटी मोटर मार्गों पर भी जगह-जगह मलबा आने से आवाजाही दिनभर बाधित रही। हांलाकि लोनिवि के अभियंताओं ने मौके पर पहुंच मशीनों के माध्यम से काम किया, लेकिन बारिश के चलते कार्य प्रभावित रहा।
सैंण-टोंण जाने वाले संपर्क मार्ग की दीवार टूटी
डिम्मर -टटासू -सिमली मोटर मार्ग पर मलबे से आवागमन बाधित हो गया है। जबकि पेयजल योजना के टूट जाने से क्षेत्र में जलसंकट बना है। सिमली -टटासू -डिम्मर मोटर मार्ग पर पर मिट्टी और पत्थर आने से एक सप्ताह पूर्व सडक सुधारीकरण कार्य भी क्षतिग्रसत हो गया है वहंी सैण टौण को जाने वाले पैदल मार्ग के क्षतिग्रस्त होने से जनता को परेशानी का सामना करना पड रहा है ।
पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियन्ता ने कहा भारी बारिश से सिमली - डिम्मर मोटरमार्ग पर भारी मलबा आने से आवागमन बाधित नही हुआ है।
जलनिकासी न होने से घरों में घुसा पानी
गौचर। लगातार हो रही बारिश से गौचर में लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हवाई पट्टी और उड्डयन विभाग की उपेक्षापूर्ण रवैया के चलते इन विभागों द्वारा पानी के निकासी की व्यवस्था नहीं होने से जहां बाजार में दुकानों में पानी घुसने से व्यापारियों का सामान बर्बाद हो रहा है। वहीं हवाई पट्टी में पानी की निकासी व्यवस्था नहीं होने से लोगों के घरों में बरसाती पानी घुसने से घर का सामान भी बर्बाद हो रहा है।
शनिवार रात को इस बरसाती पानी से भवन स्वामी अनिल कंडारी,,जगमोहन सिंह मल्ल, पुष्कर सिंह सगोई, सुबेदार कुशाल सिंह नेगी, आशीष नेगी, कुसुम देवी, दीपक वर्त्वाल, बीसा बिष्ट कुसुम देवी के घरों को नुक्सान पहुंचा है।
पालिकाध्यक्ष संदीप नेगी ने नुकसान का जायजा लेने के लिए रविवार सुबह बजे जेई राजीव चौहान को मौके पर भेज दिया था। वहीं दूसरी ओर पालिका के वार्ड नं एक पनाई मल्ली के सभासद गौरव कपूर ने कहा कि मेरे वार्ड में पेड़ के गिरने से विजय कोहली की छत को नुक्सान पहुंचा है तथा ओम प्रकाश की गोशाला बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है।
गौचरवासी पिछले सालों से एन एच आई डी सी एल व उड्डयन विभाग सहित जिला प्रशासन , स्थानीय प्रशासन से कई बार इन दो विभागों के कारण हो रही असुविधा के बारे में उचित कार्रवाई कर पानी की निकासी व्यवस्था को ठीक करने बाबत अवगत करा चुके हैं लेकिन हर बार इस आश्वासन के कि जल्द ही समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। पालिकाध्यक्ष संदीप नेगी ने कहा कि बरसाती पानी की निकासी नहीं होने से जिलाधिकारी को अवगत कराया गया था।
व्यापार संघ अध्यक्ष राकेश लिंगवाल ने कहा कि एनएचआडीसीएल और उड्डयन विभाग की उपेक्षात्मक रवैया के कारण गौचरवासियों को थोड़ी सी भी बारिश आने पर भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि इस संबंध में संवंधित विभागों सहित प्रशासन को भी व्यापार मंडल गौचर द्वारा की बार अवगत कराया जा चुका है। जन कल्याण लोक सेवा समिति गौचर के अध्यक्ष सुनील पंवार ने कहा कि लोगों के साथ हो रहे इस अन्याय को अब बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
थराली-देवाल-नंदकेशरी मोटर मार्ग पर मलबे में फंसी कार
देवाल। पिंडरघाटी में मूसलाधार बारिश के चलते जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त है क्षेत्र में मूसलाधार बारिश से क्षेत्र की अधिकांश सड़कों पर विभिन्न स्थानों पर मलबा बोल्डर आने से यातायात बाधित रहे। कुनारबैड-घेस,हिमनी-बलाड , लोहाजंग-वाक,मानमती-उदयपुर मोटर मार्ग पिछले चार दिनों से वाहनों की आवाजाही को नही खुल सका है।
पूर्व प्रधान सरोजनी बागड़ी , भाजपा महामंत्री नरेन्द्र बागड़ी ने कहा कि मानमती-उदयपुर मोटर मार्ग के जगह जगह पर मलबा व बोल्डर आने से मार्ग कई दिनों से बंद है। ग्रामीण 10 किमी पैदल चल कर आवाजाही कर रहे हैं। घेस गांव के धन सिंह भंडारी ने कहा कि पिछले चार दिनों से कुनारबैड-घेस मोटर मार्ग जनगोल नामक स्थान पर भूस्खलन होने से ग्रामीण किसी तरह पैदल खतरे में आवागमन करने को मजबूर है। जबकि क्षेत्र में आवश्यक सामग्री नहीं पहुंच पा रही है।
हिमनी गांव के बलवंत नेगी ने बताया है कि घेस-हिमनी- बलाड मोटर मार्ग काली ताल, खारगैर के पास चट्टान टुटने से मोटर मार्ग अवरूद्ध है। घेस, हिमनी, बलाड,नमला, उदयपुर, वाक, सौरीगाड आदि गांवों का सम्पर्क मार्ग भी कटा है। देवाल -खेता मोटर मार्ग सुयालकोट में मलबा आने से बाधित रहा। देवाल -थराली मोटर मार्ग के नंदकेसरी में आए मलबे में वाहन फंस गया। देवाल-लोहाजग-वाण मोटर मार्ग के उलगरा ,ल्वाणी,मुदोली, कुलिग में जलभराव व कीचड से रोड़ खस्ताहाल बनी रही। क्षेत्र के अधिकांश मोटर मार्ग पर वाहनों के टायरों पर ब्रेक लगा रहा।
लोनिवि थराली के सहायक अभियंता जगदीश कुमार टम्टा ने कहा कि लगातार हो रही बारिश से सड़कों पर मलबा बोल्डर आने से अधिकांश सड़कें बाधित रही, देवाल- थराली मोटर मार्ग पर शनिवार रात थराली से देवाल की ओर आ रही आल्टो कार चालक एकाएक आए बरसाती मलबे में वाहन छोड़ कर भागा। रात आठ बजे की घटना की जानकारी प्रशासन को दी लेकिन मूसलाधार बारिश के चलते रात में कार को मलबे से नही निकाला जा सका और रविवार 11 बजे वाहन को निकाला गया। गनीमत यह रही कि वाहन में चालक ही मौजूद था जो जान बचाते हुए कार छोड़ सुरक्षित निकल गया।
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