Uttarakhand: चीन सीमा को जोड़ने वाला ज्योतिर्मठ-नीति मलारी हाईवे बंद, सेना की आवाजाही भी ठप
चमोली में ज्योतिर्मठ-नीति मलारी हाईवे लाता के पास भूस्खलन से बाधित हो गया है। भारी मलबा गिरने से सीमांत क्षेत्र का संपर्क टूट गया है और सेना की आवाजाही भी ठप है। बीआरओ मार्ग खोलने में जुटा है पर मलबा ज्यादा होने से देरी हो रही है। बारिश के कारण 29 ग्रामीण मार्ग भी बंद हैं जिससे लोगों को परेशानी हो रही है।
संवाद सहयोगी, जागरण, गोपश्वर। चीन सीमा को जोड़ने वाला ज्योतिर्मठ-नीति मलारी हाईवे लाता के पास पहाड़ी से भूस्खलन होने के चलते अवरुद्ध हो गया है। मार्ग पर भारी मात्रा में बोल्डर और मलबा आया है। इससे सीमांत नीति घाटी के लोगों के साथ ही सेना की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है। हालांकि बार्डर रोड आर्गनाइजेशन (बीआरओ) हाईवे खोलने में जुटा हुआ है। देर शाम तक हाईवे यातायात के लिए सुचारु नहीं हो पाया था। वहीं जनपद में बीती रात हुई वर्षा के कारण 29 ग्रामीण लिंक मार्ग भी बंद हैं।
ज्योतिर्मठ-नीति मलारी हाईवे पर लाता के पास सुबह लगभग 11 बजे भूस्खलन हुआ, जिससे बड़े-बड़े बोल्डर और मलबा हाईवे पर आ गया। गनीमत यह रही कि इस दौरान हाईवे पर वाहनों की आवाजाही नहीं हो रही थी। हाईवे के अवरुद्ध होने से सुराई थोटा, फागती, लोंग, जुम्मा, जेलम, द्रोणागिरी, कागा, गरपक, मलारी, कैलाशपुर, बांपा, गमसाली, नीति, मलारी, कोषा सहित दर्जनों गांवों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है।
इसके साथ ही सीमा क्षेत्र में तैनात सेना के जवानों को भी स्थानीय नागरिकों के साथ कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि बीआरओ द्वारा हाईवे खोलने के प्रयास जारी हैं, लेकिन बड़े-बड़े बोल्डर आने के कारण कार्य में बाधा आ रही है। हाईवे अवरुद्ध होने से सीमांत क्षेत्र के लोग पैदल ही अवाजाही कर गंतव्यों तक जाने को मजबूर हैं।
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