IPS Tripti Bhatt ने गोद ली ये कोतवाली, कहा- पुलिस कार्यप्रणाली में सुधार लाना है टारगेट
IPS Tripti Bhatt 40वीं वाहिनी पीएसी की सेनानायक तृप्ति भट्ट ने बदरीनाथ कोतवाली को गोद लिया। 2017 में चमोली जिले में उनकी पहली नियुक्ति हुई थी। इस पहल का उद्देश्य पुलिस व्यवस्था में सुधार लाना है। तैनाती के दौरान उन्होंने वर्चुअल पुलिस स्टेशन शुरू किया। सोमवार को बदरीनाथ पहुंचकर उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया और सुरक्षा पर दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जनता के प्रति सेवा भाव रखने की सलाह दी।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर। प्रदेश में पुलिस व्यवस्था को बेहतर बनाने और आदर्श थाने की अवधारणा को साकार करने की पहल के तहत 40वीं वाहिनी पीएसी (हरिद्वार) की सेनानायक तृप्ति भट्ट ने बदरीनाथ कोतवाली को गोद लिया है। आइपीएस अधिकारी तृप्ति भट्ट की पहली नियुक्ति वर्ष 2017 में चमोली जिले में पुलिस अधीक्षक के पद पर हुई थी और बदरीनाथ कोतवाली चमोली जिले के अंतर्गत ही आती है।
सरकार की इस पहल के तहत भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी अपनी पहली नियुक्ति वाले जिले के किसी एक थाने या कोतवाली को गोद लेकर उसे विकसित करने का कार्य करेंगे।
इसका उद्देश्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को उनके शुरुआती अनुभवों से जोड़ने और इन अनुभवों का लाभ उठाते हुए ग्रास रूट स्तर पर पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार लाने व पुलिस कर्मियों के कल्याण पर ध्यान केंद्रित कर नए आयाम स्थापित करना है।
चमोली जिले में अपनी पहली तैनाती के दौरान तृप्ति ने पुलिस कार्यप्रणाली में सुधार के लिए कई उल्लेखनीय कार्य किए थे। इनमें राज्य का पहला वर्चुअल पुलिस स्टेशन शुरू करना उनकी एक प्रमुख एवं अभिनव पहल रही थी, जिसने पुलिसिंग के क्षेत्र में डिजिटल नवाचार का मार्ग प्रशस्त किया।
सोमवार को बदरीनाथ पहुंचने पर सेनानायक तृप्ति ने कोतवाली को गोद लेने की प्रक्रिया पूरी की और वहां व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने बदरीनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड के जवानों को भी जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
साथ ही पुलिस कर्मियों को महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने और दर्शन के दौरान बुजुर्ग, बीमार और दिव्यांगों को प्राथमिकता देने के लिए भी कहा। उन्होंने जनता के प्रति मित्रवत व्यवहार रखने और सेवा भाव से कार्य करने की भी जरूरत बताई।
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