धनतेरस पर बदरीनाथ में बरसा धन, पहली बार सोने की छत के नीचे विराजे बदरी विशाल
पहली बार सोने की छत के नीचे भगवान बदरी नारायण के अद्भुत रूप को देखकर श्रद्धालुओं को भी यह पल किसी आश्चर्य से कम नहीं लगा। लोगों की भारी भीड़ यहां मौजूद रही।
बदरीनाथ, [जेएनएन]: सोने के सिंहासन के बाद पहली बार सोने की छत के नीचे बिराजे भगवान बदरी नारायण के भव्य दर्शनों के लिए दिनभर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। बदरीनाथ मंदिर के गर्भगृह में सोने की परत चढ़ाने के बाद वृंदावन के कारीगर भी वापस लौट गए। श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने इस कार्य के लिए दानदाता सहारनपुर के गुप्ता बंधुओं का आभार जताया है।
एक साल पहले सहारनपुर निवासी तीन भाइयों अजय गुप्ता, अतुल गुप्ता और राजेश गुप्ता ने भगवान बदरी विशाल के गर्भगृह में स्थित नारायण की मूर्ति के ऊपर की छत पर सोने की परत लगाने की इच्छा जताई थी। हालांकि तब यह कार्यक्रम रद कर दिया गया था। अब भगवान बदरी विशाल की मूर्ति के ऊपर की छत पर परत लगाने का कार्य पूरा होने के बाद भगवान के दिव्य दर्शनों के लिए दिनभर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
पहली बार सोने की छत के नीचे भगवान बदरी नारायण के अद्भुत रूप को देखकर श्रद्धालुओं को भी यह पल किसी आश्चर्य से कम नहीं लगा। स्थानीय लोगों ने भी गर्भगृह में जाकर भगवान बदरी नारायण की पूजा-अर्चना की। स्थानीय लोगों ने इस कार्य के लिए गुप्ता बंधुओं का आभार भी जताया है। बदरीनाथ के होटल व्यवसायी राजेश मेहता, विजया देवी मेहता, बालक योगी दास, मुकेश अलखनिया समेत अन्य लोगों ने गुप्ता बंधुओं का आभार जताया है।
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