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    गौशाला में मिला बेटी का शव, घरवालों ने कहा मवेशियों ने मारा; प्रेमी से पूछताछ की तो सामने आया मौत का सच

    Updated: Fri, 03 Oct 2025 05:25 PM (IST)

    उत्तराखंड के पोखरी में एक किशोरी की आत्महत्या का मामला सामने आया जिसमें परिजनों ने बदनामी के डर से सच्चाई छुपाई। पुलिस जांच में पता चला कि किशोरी ने प्रेम संबंध के चलते आत्महत्या की थी जिसके बाद परिजनों ने मवेशियों द्वारा मारे जाने की झूठी कहानी बनाई। पुलिस ने किशोरी के प्रेमी को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया।

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    बदनामी के डर से आत्महत्या की बाद को छुपाने का प्रयास किया। Concept Photo

    संवाद सूत्र जागरण, पोखरी। करीबी रिश्तों में संबंध फिर बदनामी के बाद लोकलाज के चलते किशोरी ने गौशाला में दुपट्टे के सहारे आत्महत्या की थी। स्वजनों ने उसे झूलते देखा तो नीचे उतारकर फिर बदनामी के डर से आत्महत्या की बात को छुपाने का प्रयास किया।

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    नोएडा से पुलिस द्वारा पकड़े गए किशोरी के कथित प्रेमी से मिली जानकारी के बाद आखिरकार गौशाला में मृत मिली किशोरी की मौत के मामले का खुलासा हो गया है।

    गौरतलब है कि चार सितंबर को पोखरी के एक गांव के गौशाला में किशोरी का शव पड़ा मिला था। स्वजनों ने इसे मवेशियों द्वारा मारे जाने की बात कहते हुए सामान्य घटना बताई थी। लेकिन जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो फिर पता चला कि किशोरी की गला घोंट कर मौत हुई है।

    मामले में पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज करते हुए तत्कालीन थानाध्यक्ष व दरोगा को निलंबित किया गया था। पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार ने स्वंय मामले की जांच की समीक्षा की जा रही थी। बताया गया कि बीते दिन नोएडा से किशोरी के कथित प्रेमी को पुलिस उठाकर लाई थी। हालांकि घटना के दिन व क्षेत्र में नहीं था लेकिन उसने जो राज खोले उससे किशोरी की मौत को लेकर पड़ा पर्दा उठते देर नहीं लगी।

    स्वजनों से दोबारा पूछताछ

    पुलिस द्वारा किशोरी के स्वजनों से फिर पूछताछ की गई तो मामले की पटाक्षेप हो गया। बताया गया कि किशोरी ने दुपट्टा का फंदा बनाकर खुद ही मौत को गले लगाया था। घटना के बाद किशोरी की बहन गौशाला गई थी। जब उसने बहन को लटका देखा तो उतारकर उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन वह मर चुकी थी। इस घटना की सूचना बहन ने स्वजनों को दी और दुपट्टे के सहारे लटके होने की जानकारी दी गई। लेकिन स्वजनों ने बदनामी की डर से यह बात पुलिस से छुपा दी।

    थानाध्यक्ष देवेन्द्र पंत ने अर्चना के मौत के मामले की जांच की और सभी पहलू पर गंभीरता से कार्यवाही की तो साक्ष्य सबूतों के आधार पर मृतका की बढ़ी बहन ने उन्हे बताया कि वह उस दिन जब गौशाला में आयी तो उसने अर्चना को चुन्नी के फंदे से गौशाला में लगी बल्ली से लटका देखा। और उसने फंदा खोला तो वह मर चुकी थी, उसने यह खबर अपने घर में स्वजनो को दी।

    स्वजनों ने प्रधान को सूचना दी तो प्रधान ने पुलिस को सूचना दी । जैसे ही पुलिस मौके पर गयी तो मृतक अर्चना के स्वजनो ने लोक लाज के कारण इसे गोबंश के मारने की आशंका जताई । मौत के कारणों के पीछे अन्य कोई शक संदेह व्यक्त नही किया गया। पुलिस नोएडा से युवक को पकड़ लाई थी उसने भी स्वीकार किया कि वह किशोरी से बात करता था।

    बताया गया कि किशोरी गर्भवती हुई थी और वह पोखरी के सरकारी चिकित्सालय में भी एक सहेली के साथ गई थी चिकित्सा कर्मियों ने आधार कार्ड मांगने पर वह लौट आई वह बाजार से गर्भनिरोधक गोली खरीद ले गई थी। बताया गया कि स्वजनों को प्रेम प्रसंग की जानकारी थी।

    पूर्व में वे उनको संदिग्ध परिस्थितियों में भी पकड़ा गया था जिसे बदनामी भी हुई थी। मृतका के स्वजनों का कहना है कि बदनामी की डर से ही उन्होंने आत्महत्या की बात छुपाई थी। पूछताछ में सामने आया कि किशोरी ने भी लोकलाज की चलते आत्महत्या का निर्णय लिया था।