Chamoli News: आपदाग्रस्त थराली में भूस्खलन ने बढ़ाई चिंता, पहाड़ पर हुआ भूस्खलन, मची अफरातफरी
चमोली जनपद के थराली में तहसील कार्यालय के पीछे भूस्खलन होने से अफरा-तफरी मच गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को खाली कराकर मरीजों को जीआईसी थराली में शिफ्ट किया गया। थराली बाजार में दरारें आने से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया। तहसील कार्यालय के पास मलबा जमा होने से खतरे की आशंका है।
जागरण संवाददाता, थराली। बादल फटने के बाद आपदा से जूझ रहे चमोली जनपद के थराली में अब भूस्खलन ने चिंता बढ़ा दी है। सोमवार को तहसील कार्यालय के पीछे पहाड़ पर भूस्खलन होने से क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। पहाड़ से मलबा गिरता देख तहसील में मौजूद अधिकारी-कर्मचारियों, फरियादियों और आपदा प्रभावितों ने सुरक्षित स्थानों पर शरण ली।
राडीबगड़ के निवासी भी घर छोड़कर अन्यत्र चले गए। देर शाम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को खाली करा दिया गया और राजकीय इंटर कालेज थराली में मरीजों को शिफ्ट किया गया। वहीं, थराली बाजार के ऊपर कोटदीप मोहल्ले में दरारें आ गई है। प्रशासन ने बाजार को खाली कराकर 100 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा है।
थराली कस्बे में तहसील कार्यालय पहाड़ की तलहटी से लगभग 500 मीटर की दूरी पर है। सोमवार दोपहर लगभग एक बजे पहाड़ पर सगवाड़ा गदेरे के पास भूस्खलन हो गया। पहाड़ दरकने की आवाज सुनते ही स्थानीय लोगों ने शोर मचाकर और सीटी बजाकर एक-दूसरे को सतर्क किया। तहसील में उस समय उप जिलाधिकारी पंकज भट्ट, तहसीलदार अक्षय पंकज सहित कई अधिकारी-कर्माचारी और 50 से अधिक फरियादी व अधिवक्ता मौजूद थे। सभी आनन-फानन काम छोड़कर कार्यालय से बाहर की ओर भागे।
पहाड़ से सटे राडीबगड़ के लोगों ने भी सुरक्षित स्थानों पर शरण ली। कुछ देर बाद जब पहाड़ से पत्थर और मलबा गिरना बंद हुआ, तब लोग घरों में लौटे। इस दौरान तहसील परिसर में आपदा प्रभावितों के लिए बनाए गए राहत शिविर में भी अफरा-तफरी मची रही।
भूस्खलन से तहसील कार्यालय के पास बड़ी मात्रा में मलबा जमा हो गया है। इस पर तहसील प्रशासन ने भविष्य के खतरे को देखते हुए कार्यालय से आवश्यक फाइल, कुर्सी-मेज सहित अन्य सामग्री को हटा लिया है। स्थानीय निवासियों ने भूस्खलन से भविष्य में बड़े खतरे की आशंका जताई है।
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