Chamoli Cloudburst: मलबे से जिंदा निकला 16 घंटे बाद कुंवर सिंह, पत्नी व दो बेटे लापता
चमोली के नंदानगर में कुंतरी लगा फाली गांव में कुंवर सिंह 16 घंटे बाद मलबे से जिंदा निकाले गए जबकि उनकी पत्नी और दो बच्चे लापता हैं। बीती रात बाढ़ में कुंवर सिंह का मकान मलबे में दब गया था। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों ने मलबे से आवाजें सुनकर कुंवर सिंह को बचाया और अस्पताल पहुंचाया। कुंवर सिंह बार-बार अपने कुल देवताओं का नाम ले रहे थे।

संवाद सहयोगी, जागरण, गोपेश्वर। नंदानगर में कुंतरी लगा फाली में कुंवर सिंह 16 घंटे तक भवन के अंदर दबे रहे। बचाव दल ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला और उनचार के लिए सीएचसी भिजवाया। हालांकि घटना के बाद से कुंवर सिंह की पत्नी व दो बच्चे लापता हैं। कुंवर सिंह के भवन से मलबा हटाने का कार्य जारी है।
बीती रात आए सैलाब में नंदानगर के कुंतरी लगा फाली गांव के 42 वर्षीय कुंवर सिंह पुत्र बलवंत सिंह का मकान मलबे में दब गया था। इसमें कुंवर सिंह, उनकी पत्नी कांता देवी, बेटे विकास और विशाल लापता हो गए। एसडीआरएफ व एनडीआरएफ के साथ रेस्क्यू टीम एक ही परिवार के चार सदस्यों के लापता होने पर मलबा हटाने में जुटी थी कि इसी दौरान मलबे के अंदर से आवाज आई तो लगा कि कोई अंदर बचा हुआ है।
रेस्क्यू टीम ने तेजी दिखाई और लगभग पांच बजे मलबा हटाकर अंदर झांका तो वहां एक व्यक्ति जिंदा था। उसकी पहचान कुंवर सिंह के रूप में हुई। दल ने फौरन उसे मलबे से निकाला और मौके पर ही प्राथमिक उपचार देने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा।
बताया गया कि कुंवर सिंह की पत्नी और दोनों बच्चे अभी भी लापता हैं। कुंवर सिंह ज्यादा कुछ बताने की स्थिति में नहीं है। वह बार-बार अपने कुल देवताओं सहित बिनसर महादेव का नाम ले रहा है। बताया गया कि जिस पहाड़ी में बादल फटने से तबाही मची वहां बिनसर महादेव के रूप में शिव का मंदिर भी है।
जिलाधिकारी डा. संदीप तिवारी ने बताया कि रेस्क्यू के दौरान मलबे के नीचे से आवाजें आ रही थीं। रेस्क्यू टीम ने कुंवर सिंह को मलबे से निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नंदानगर में भर्ती कराया।
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