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    Chamoli Disaster: थराली में मूसलाधार बारिश से फिर उड़ी नींद, अब अपने ही घरों में जाने से खौफजदा लोग

    थराली में शनिवार रात एक घंटे की मूसलाधार बारिश से फिर तबाही मची। घरों में पानी घुसने से लोग दहशत में आ गए और सुरक्षित स्थानों पर भाग गए। शुक्रवार की आपदा के बाद लोग पहले से ही सहमे हुए थे। प्रशासन ने लोगों को सतर्क किया और राहत शिविरों में पहुंचाया। रविवार को मौसम साफ होने से राहत कार्य में तेजी आई।

    By Devendra rawat Edited By: Nirmala Bohra Updated: Mon, 25 Aug 2025 06:00 AM (IST)
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    वर्षा बंद होने के बाद भी घरों में लौटने की हिम्मत नहीं जुटा पाए लोग। फाइल

    सुभाष पिमोली, जागरण थराली। आपदाग्रस्त थराली में शुक्रवार के बाद शनिवार रात भी लोगों की नींद उड़ी रही। शुक्रवार रात बादल फटने से दहशत में आए लोग शनिवार को दिन में मौसम साफ होने से कुछ राहत महसूस कर रहे थे, लेकिन रात होते ही फिर बादल घिर आए और लगभग एक घंटे तक मूसलधार वर्षा हुई।

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    इससे गाड़-गदेरे दोबारा उफना गए और उनका पानी घरों में घुस गया। यह देखकर आपदा से सहमे लोगों में अफरा-तफरी मच गई। उन्होंने बिना एक पल गंवाए सुरक्षित स्थानों पर शरण ली। जब वर्षा थमी, तब सभी ने राहत की सांस ली। पुलिस-प्रशासन की टीम भी लोगों को सतर्क करती रही।

    इंद्रदेव ले रहे आपदा प्रभावितों की परीक्षा

    थराली में इंद्रदेव आपदा प्रभावितों की परीक्षा ले रहे हैं। शुक्रवार को आधी रात में आई आपदा के बाद शनिवार सुबह से क्षेत्र में मौसम साफ था। इससे दिनभर राहत व बचाव कार्य तेजी से चला। घरों में घुसा मलबा हटाया गया। रात में सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने वाले परिवार घर लौटे। साथ ही जिन लोगों के घर ज्यादा क्षतिग्रस्त हो गए, उनको राहत शिविरों में भेजा गया।

    रात करीब आठ बजे तक सब ठीक-ठाक चल रहा था, लेकिन इसके बाद आसमान में बादल घिर आए और मूसलधार वर्षा होने लगी। इससे राडीबगड़ क्षेत्र में गाड़-गदेरे उफान पर आ गए। उनका पानी फिर से घरों में घुसने से क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई।

    पुलिस और तहसील प्रशासन ने तत्काल लोगों को सतर्क किया और सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा। इसके बाद 30 से अधिक लोगों ने तहसील परिसर में शरण ली। रात करीब 10 बजे वर्षा धीमी पड़ी। इसके बाद भी डरे-सहमे लोग घरों को लौटने की हिम्मत नहीं कर पाए और रात तहसील परिसर में ही गुजारी।

    उप जिलाधिकारी थराली पंकज भट्ट ने बताया कि रविवार को मौसम साफ रहा, जिससे राहत कार्यों में तेजी आई। क्षेत्र में भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। ऐसे में प्रभावित क्षेत्र में रह रहे लोगों को राहत शिविरों में जाने की सलाह दी जा रही है। कई परिवार घर छोड़ने को तैयार नहीं हैं, हालांकि उनके घर अभी सुरक्षित हैं।