Chamoli Cloudburst: हादसे में बेटा खोया, अब आपदा में माता-पिता दफन; दर्दनाक कहानी
चमोली जिले के कुंतरी लगा सरपाणी गांव में आपदा से एक बुजुर्ग दंपती की दुखद मौत हो गई। जगदंबा प्रसाद और भागा देवी नाम के इस दंपती ने एक दशक पहले अपने बेटे को खोया था और पिछले एक साल में दो दामादों की भी मौत हो गई थी। गांव में आई आपदा ने उनकी जान ले ली जिससे पूरे गांव में शोक की लहर है।

संवाद सहयोगी, जागरण, गोपेश्वर। आपदा ने कई परिवारों को गहरे जख्म दिए हैं। इन्हीं में शामिल थे कुंतरी लगा सरपाणी गांव के बुजुर्ग 70 वर्षीय जगदंबा प्रसाद और उनकी पत्नी भागा देवी।
एक दशक से इकलौते बेटे की मौत का गम झेल रहे यह दंपती भी आपदा में मलबे में दफन हो गए। जगदंबा प्रसाद का शव गुरुवार और 65 वर्षीय भागा देवी का शव शुक्रवार को घर के अंदर से ही मलबे में दबा मिला। एक वर्ष के अंतराल में उनके दो दामाद की भी असमय मौत हो गई थी।
जगदंबा प्रसाद के इकलौते बेटे की मौत एक दशक पूर्व गोपेश्वर में शिक्षा ग्रहण करने के दौरान दुर्घटना में हो गई थी। बेटे की मौत से दंपती उबर नहीं पाए थे। बार-बार उसकी याद सताती थी। पांच बेटियां भरोसा देती थीं। जीवन के इस गम को भूलने की कोशिश करातीं।
जगदंबा ने पांचों बेटियों की शादी कर दी थी। लेकिन दुखों का पहाड़ खत्म होने का नाम नहीं ले रहा था। बीते वर्ष उनके एक दामाद की वाहन दुर्घटना में मौत हो गई थी। एक महीने पूर्व ही एक अन्य दामाद की बीमारी के चलते मौत हो गई थी।
इसके बाद जगदंबा जरूर टूट गए थे, लेकिन हौसला नहीं खोया था। अब गांव में आई आपदा ने पति-पत्नी की जान चली गई। नंदानगर के चक्रप्रयाग घाट पर अंतिम संस्कार के दौरान ग्रामीणों की आंखें नम हो गईं। चिता को गांव के ही रिश्ते के भतीजे ने मुखाग्नि दी।
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