चमोली के थराली में कोटदीप मोहल्ले में दरारें आने से प्रशासन ने बाजार खाली करा दिया और सौ से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा। चेपड़ों में लापता बुजुर्ग की तलाश जारी है। आपदा प्रभावितों ने मुआवजे की मांग की है। प्रशासन कोटदीप में आई दरारों का वैज्ञानिक अध्ययन करा रहा है और प्रभावितों को सहायता राशि वितरित की जा रही है।
संवाद सहयोगी, थराली (चमोली)। थराली में आपदा प्रभावितों के लिए नई मुसीबत सामने आई है। थराली बाजार के ठीक ऊपर कोटदीप मोहल्ले में दरारें आ गई है। बताया गया कि सड़क व आसपास दरारें आने के बाद प्रशासन ने थराली बाजार को खाली कराकर वहां से सौ से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा है।
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वहीं, चेपड़ों में लापता बुजुर्ग गंगादत्त जोशी की खोजबीन में एसडीआरएफ के साथ तहसील प्रशासन की टीम दिनभर मलबा हटाने में जुटी रही। हालांकि, अब आपदा प्रभावित क्षेत्र थराली चेपड़ों से एनडीआरएफ व सेना की टीम लौट गई हैं। थराली में सोमवार शाम एक घंटे हुई तेज वर्षा के दौरान भी आपदा प्रभावित घर छोड़ने के लिए मजबूर हो गए।
थराली बाजार के ठीक ऊपर कोटदीप में थराली-डुंगी मोटर मार्ग पर चौड़ी दरार आ गई हैं। इसके अलावा सड़क के आसपास खाली जमीन पर भी दरारें आई हैं। कोटदीप के नीचे थराली मुख्य बाजार है और यहां भवनों की संख्या भी अधिक है, लिहाजा प्रशासन ने खतरे को भांपते हुए यहां से 100 से अधिक व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है।
बताया गया कि वर्षा के दौरान दरारें बढ़ने के साथ भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। थराली के चेपड़ों में शाम तक मलबा हटाने का कार्य जारी रहा। यहां दुकानों व सड़क से मलबा हटाने का कार्य जेसीबी मशीन से किया जा रहा है। सुरक्षा के मद्देनजर थराली में चिकित्सा विभाग का आवासीय भवन भी खाली करा दिया गया है।
कोटदीप की ओर भूस्खलन के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। वहीं, आपदा प्रभावितों ने दुकानों के मुआवजे को लेकर स्पष्ट नीति न होने का आरोप लगाते हुए प्रशासन के समक्ष विरोध दर्ज कराया।
बताया गया कि चेपड़ों निवासियों ने चेपड़ों से आगे देवाल तक सड़क खोलने का विरोध किया। उनका कहना है कि पहले दुकानों का मुआवजा घोषित किया जाए, तभी आगे सड़क खोलने का कार्य किया जाना चाहिए। चेपड़ों में विद्युत व पेयजल सुविधा बहाल कर दी गई है।
जिलाधिकारी डा. संदीप तिवारी ने बताया कि कोटदीप क्षेत्र में आई कि दरारों व भूंधसाव का वैज्ञानिक अध्ययन कराया जा रहा है। चिकित्सालय आवासीय परिसर के साथ तहसील से एसडीएम रिकार्ड रूम और अन्य दस्तावेजों को भी हटा दिया गया है। बताया कि एसडीआरएफ व आपदा प्रबंधन की टीम प्रभावित क्षेत्र में कार्य कर रही है।
40.35 लाख की सहायता राशि बांटी
थराली में पूर्ण क्षतिग्रस्त आठ भवनों के मुआवजे के रूप में 40.35 लाख की सहायता राशि दे दी गई है। चेपड़ों व थराली क्षेत्र में जल संस्थान की 14 योजनाएं क्षतिग्रस्त है। सगवाड़ा में एक और थराली में आठ भवन पूर्ण क्षतिग्रस्त हैं। 47 दुकानें पूर्ण और 38 दुकानें व 15 भवन आंशिक क्षतिग्रस्त हैं। 11 भवन व 79 दुकानें ऐसी हैं, जिनमें मलबा घुसा है। इसके अलावा चार गोशालाएं पूर्ण क्षतिग्रस्त हैं, जबकि क्षतिग्रस्त कुल वाहनों की संख्या 26 है।
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